<पी शैली="पाठ-संरेखण: औचित्य सिद्ध करें;">प्रेग्नेंसी के दौरान एक महिला के शरीर में कई तरह के हार्मोनल चेंजेज होते हैं. कभी यह हार्मोनल चेंजेज ज्यादा इफेक्ट नहीं करती है लेकिन कई बार यह हार्मोनल चेंजेज की वजह से कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. प्रेग्नेंसी के दौरान लाइफस्टाइल और डाइट में भी कई तरह के बदलाव होते हैं जिसकी वजह से भी एक महिला को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. खानपान की वजह से कई महिलाओं को कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की समस्या से जूझना पड़ता है. ओनली माई हेल्थ में छपी खबर के मुताबिक प्रग्नेंसी के शुरुआती तीन महीने के दौरान ही कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने लगता है. प्रग्नेंसी में हाई कोलेस्ट्रॉल की बीमारी से बचना है तो डाइट और लाइफस्टाइल का खास ख्याल रखना होगा.
प्रेग्नेंसी के दौरान कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की समस्या हो जाती है. इससे बचने के लिए यह उपाय करें:-
प्रेगनेंसी में कोलेस्ट्रॉल क्यों बढ़ता है?
प्रेग्नेंसी के दौरान खानपान और लाइफस्टाइल के कारण कई तरह के हार्मोनल चेंजेज होते हैं जिसकी वजह से कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है. कोलेस्ट्रॉल में शरीर पर फैट जमने लगता है जिसकी वजह से ऑर्गेनिक मॉलिक्यूल होता है. इस दौरान शरीर में टेस्टोस्टरॉन और एस्ट्रोजन हार्मोन का लेवल इनबैलेंस के कारण हाई कोलेस्ट्रॉल की दिक्कत हो सकती है. NCBI में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुतााबिक गर्भावस्था के दौरान कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के चांसेस बढ़ जाते हैं. कई महिलाओं में हाई कोलेस्ट्रॉल की दिक्कत होती है जिसकी वजह से हार्मोनल चेंजेज होते हैं.
प्रेगनेंसी में हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण
प्रेग्नेंसी में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की वजह से किसी भी महिला को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इसकी वजह से हाई बीपी, हार्ट अटैक, प्रीमैच्योर डिलीवरी और जेनेटिक डिसऑर्ड की समस्या भी हो सकती है. प्रग्नेंसी में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कई लक्षण हो सकते हैं.
कोलेस्ट्रोॉल बढ़ने के लक्षण:
प्रेगनेंसी के दौरान हाई बीपी की समस्या
सांस लेने में तकलीफ
सीने या छाती में दर्द
मतली और उल्टी की समस्या
बहुत ज्यादा थकान महसूस होना
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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