Women’s Health: हार्मोन शरीर को काम करने में अहम भूमिका निभाते हैं. इनके असंतुलित होने पर कई तरह की समस्याएं बढ़ सकती हैं. खासकर महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन बड़ी परेशानी वाला बनता है. हार्मोन में उतार-चढ़ाव एक सामान्य प्रक्रिया है लेकिन अगर इसमें लगातार असंतुलन (Hormonal Imbalance In Women) बना रहे तो यह चिंता बढ़ाने वाला हो सकता है. महिलाओं में जब भी हार्मोनल असंतुलन होता है तो उससे पहले ही कई तरह के संकेत मिलने लगते हैं. अगर इन पर समय रहते ध्यान दे दिया जाए तो समस्या को पहले ही कंट्रोल किया जा सकता है. जानिए इन संकेतों के बारें में…
महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन के संकेत
1. पीरियड्स का समय पर न आना
अगर पीरियड्स आने के समय में बदलाव होता है तो यह हार्मोनल असंतुलन का संकेत हो सकता है. इस पर तुरंत ध्यान देना चाहिए. पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) या थायरॉयड डिसऑर्डर जैसी वजहों की जांच के लिए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
2. पाचन की समस्याएं
पाचन या आंत से जुड़ी समस्याएं जैसे कब्ज, सूजन या दस्त होने पर सावधान हो जाना चाहिए. खानपान से जुड़ी आदतें, तनाव या दूसरी समस्याएं होने पर लापरवाही न बरतें. संतुलित डाइट लें, पानी पीते रहें और ज्यादा समस्या होने पर डॉक्टर के पास जाएं.
3. बालों का गिरना या पतला होना
बालों का झड़ना, पतला होना या उसमें किसी तरह की समस्या भी हार्मोनल परिवर्तन का कारण हो सकता है. इसका ख्याल रखें और खानपान को दुरुस्त रखें. तनाव को दूर करने की भी कोशिश करें और जरूरत पड़ने पर एक्सपर्ट्स की सलाह लें.
4. स्किन से जुड़ी प्रॉब्लम्स
मुंहासे और ऑयली स्किन के साथ अगर ड्राईनेस बनी हुई है तो ये भी हार्मोनल संतुलन के संकेत हो सकते हैं. इसलिए लापरवाही से बचकर त्वचा का सही ख्याल रखना चाहिए. एंडोक्रिनोलॉजिस्ट से भी संपर्क कर सकते हैं.
5. मूड स्विंग
मूड में उतार-चढ़ाव, स्ट्रेस, डिप्रेशन और चिड़चिड़ापन भी हार्मोनल असंतुलन का कारण हो सकता है. इसका सबसे अच्छा तरीका है कि एक मूड डायरी साथ रखें और पैटर्न को नोट करते रहें. किसी एक्सपर्ट की राय लेना अच्छा हो सकता है.
6. बिना किसी कारण वजन बढ़ना-घटना
अगर आप हर दिन की तरह ही लाइफस्टाइल फॉलो कर रहे हैं, बावजूद इसके बिना किसी कारण वजन कम या ज्यादा हो रहा है तो अलर्ट हो जाना चाहिए, क्योंकि यह भी हार्मोनल असंतुलन का ही संकेत है.
7. थकान, लो एनर्जी और नींद की समस्या
लगातार थकान और लो एनर्जी की स्थिति भी संकेत देती है कि हार्मोन में असंतुलन हो रहा है. इससे बचने के लिए लाइफस्टाइल सही बनाएं, नींद प्रॉपर तरीके से लें और तनाव को कम करने की कोशिश करें. नींद की गड़बड़ी, सोने में समस्या, बेचैनी होना भी हार्मोनल असंतुलन के लक्षण हो सकते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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