<p style="text-align: justify;">देश-दुनिया में ऐसे लोगों की संख्या काफी ज्यादा बड़ी है, जिन्हें इंजेक्शन लगवाने से पहले ही उसका दर्द महसूस होने लगता है. बच्चे तो बच्चे कई वयस्क भी इंजेक्शन लगवाते वक्त रोते दिखाई पड़ते हैं. अगर आप भी इन्हीं लोगों में शामिल हैं तो हम आपको एक गुड न्यूज देने जा रहे हैं. दरअसल, रिसर्चर्स कोविड-19 की एक ऐसी वैक्सीन पर काम कर रहे हैं, जो निडल फ्री होगी यानी आपको ये वैक्सीन इंजेक्शन के माध्यम से नहीं दी जाएगी. इस वैक्सीन की खासियत यह होगी कि इसे लगवाने के बजाय पिया जाएगा. जी हां आप सही सुन रहे हैं. कोरोना की इस वैक्सीन को पिया जा सकेगा. शोधकर्ता म्यूकोसल वैक्सीन्स पर फोकस कर रहे हैं, जिसमें नाक से दी जाने वाली वैक्सीन के साथ-साथ निगलने वाली वैक्सीन भी शामिल है. </p>
<p style="text-align: justify;">सीएनईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, QYNDR नाम की इस वैक्सीन ने अपने पहले फेज का क्लिनिकल ट्रायल पूरा कर लिया है. हालांकि और ज्यादा डिटेल्ड और एडवांस ट्रायल को करने के लिए के लिए ज्यादा फंड का इंतजार है. यूएस स्पेशियलिटी फॉर्म्युलेशन के फाउंडर औ क्यूवाईएनडीआर वैक्सीन के निर्माता काइल फ्लैनिगन ने कहा कि क्यूवाईएनडीआर वैक्सीन को ‘किंडर’ कहा जाता है, क्योंकि इस वैक्सीन को देने का तरीका बहुत अनोखा है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>नए वेरिएंट्स पर असरदार साबित होगी वैक्सीन!</strong></p>
<p style="text-align: justify;">इसके अलावा, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि न्यूजीलैंड से क्लिनिकल ट्रायल के आशाजनक परिणाम के बाद यह उम्मीद की जा सकती है क्यूवाईएनडीआर वैक्सीन वर्तमान में दुनिया के कई देशों कहर बरपा रहे कोविड-19 वेरिएंट के खिलाफ असरदार साबित होगी. फ्लैनिगन ने कहा, ‘पाचन तंत्र के जरिए से किसी वैक्सीन का शरीर में बना रहना चुनौतीपूर्ण है.’ उन्होंने कहा, ‘हम इस बात का पता लगाने में कामयाब रहे कि वैक्सीन को पाचन तंत्र से आगे कैसे लेना जना है. इसे आगे कैसे आंत तक ले जाना है, ताकि ये प्रभावी रहे और बॉडी में रिस्पांस दिखाए.'</p>
<p style="text-align: justify;">रिपोर्ट में कहा गया है कि वैज्ञानिकों को यह उम्मीद है कि म्यूकोसल वैक्सीन गंभीर बीमारियों और मौत से बचाने में मददगार साबित होगी. बाकी वैक्सीन की तुलना में म्यूकोसल वैक्सीन म्यूकस मेंब्रेन के जरिए शरीर में प्रवेश करती है, या तो हमारी नाक के जरिए या फिर हमारे पेट के माध्यम से. रिपोर्ट के मुताबिक, म्यूकोसल वैक्सीन को अलग-अलग तरह की इम्यूनिटी के कारण कोविड-19 संक्रमण से निपटने के लिए बेहतर विकल्प माना जा रहा है. </p>
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