अमेरिका में राहुल गांधी: कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेरिका के दौरे पर हैं, जहां वे लगातार मोदी सरकार को निशाने पर ले रहे हैं. राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर संस्थाओं को कमजोर करने, विपक्ष को प्रताड़ित करने और फोन टैपिंग जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए हमला बोला लेकिन एक मुद्दा ऐसा रहा, जिस पर कांग्रेस नेता मोदी सरकार के स्टैंड से सहमत नजर आए और विदेशी धरती पर इसकी जमकर तारीफ भी की. रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत के रुख को राहुल गांधी ने सही बताया है.
राहुल गांधी स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एक संवाद कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे. इस दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर एक सवाल पर राहुल गांधी ने साफ कर दिया कि वह इस मुद्दे पर मोदी सरकार के साथ हैं. कांग्रेस नेता ने कहा, रूस के साथ हमारे संबंध हैं. रूस पर हमारी कुछ निर्भरताएं (रक्षा) हैं. इसलिए मेरा रुख भारत सरकार के समान ही होगा. आखिकार, हमें हमारे हितों का भी ख्याल रखना होता है.
भारत के संबंध दूसरे नहीं तय कर सकते- राहुल
राहुल गांधी ने कहा, भारत एक बड़ा देश है और इसके संबंध हमेशा बड़ी संख्या में देशों के साथ रहेंगे. हमारे कुछ देशों के साथ बेहतर संबंध होंगे, अन्य देशों के साथ संबंध विकसित होंगे. यह संतुलन है, लेकिन यह कहना कि भारत के संबंध इस समूह के लोगों के साथ नहीं होंगे, भारत के लिए ऐसा करना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि भारत इतना छोटा और आत्मनिर्भर देश नहीं है कि यह सिर्फ एक साथ संबंध रखे और बाकियों के साथ नहीं.
चीन को लेकर कही ये बात
कांग्रेस नेता ने चीन को लेकर कहा कि लोकतांत्रिक दुनिया गैर-लोकतांत्रिक चीन का मुकाबला करने के लिए एक विजन के साथ आने में विफल रही है. उन्होंने उत्पादन और निर्माण के लिए एक नए सिस्टम को लाने की जरूरत पर जोर दिया, जिसमें अमेरिका और भारत साथ मिलकर काम कर सकें.
चीन के अगले 10 साल में भारत के रिश्ते को लेकर राहुल गांधी ने कहा, यह अभी कठिन है. मेरा मतलब है कि उन्होंने हमारे कुछ क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है. यह बहुत आसान (रिश्ता) नहीं है. भारत को किनारे नहीं धकेला जा सकता. ऐसा नहीं होने वाला है.
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