Temperature Of February In India: अभी गर्मी का आगाज भी नहीं हुआ है और सर्दी के मौसम ने भी पूरी तरह से अलविदा नहीं कहा है. अभी यह सिर्फ फरवरी है और पूरे भारत में पारा गर्मी से पहले से चढ़ने लगा है. देश के कई भागों में तापमान सामान्य से ऊपर दर्ज किया गया है. पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में शुक्रवार (17 फरवरी) को कई जगहों पर न्यूनतम तापमान मौसम के सामान्य स्तर से ऊपर दर्ज किया गया.
तापमान बढ़ने के टूटेंगे रिकॉर्ड
ट्विटर अकाउंट “एक्सट्रीम टेम्परेचर अराउंड द वर्ल्ड” ने पोस्ट किया, “साल के इस वक्त के लिए अभूतपूर्व स्तर पर तापमान के साथ भारत में रिकॉर्ड गर्मी की लहर. आज 16 फरवरी भुज में पारा 40.3C तक बढ़ा, ये इस महीने का एक नया रिकॉर्ड है, इसी तरह कांडला 38.1C भी ये इस महीने का नया रिकॉर्ड है. अगले दिन यह और भी बदतर होता जाएगा, इसके साथ ही भारत और पाकिस्तान में तापमान बढ़ने के दर्जनों रिकॉर्ड टूट जाएंगे.”
भारत के जलवायु विज्ञानी (Climatologist) राजेश कपाड़िया ने भविष्यवाणी की, “भारत में फरवरी के महीने में आज (16 फरवरी) 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पहली बार दर्ज किया गया. इसके साथ ही फरवरी महीने में तापमान का इतना बढ़ा हुआ स्तर मक्का, सऊदी अरब के साथ-साथ पूरे एशिया में भी पहली बार है.” उन्होंने कहा ये ऐतिहासिक है और ये इससे भी बदतर होता जाएगा.
Record heat wave in #India with temperatures at unprecedented levels for this time of the year.
Today 16 February Bhuj rose to 40.3C,a new monthly record,Kandla 38.1C is also a monthly record.
Next days it will get worse and worse,with dozens records smashed in India and Pakistan pic.twitter.com/Rt8vmHGcns
— Extreme Temperatures Around The World (@extremetemps) February 16, 2023
फरवरी में भुज में टूटे तापमान बढ़ने के रिकॉर्ड
मौसम साइट एक्यूवेदर डॉट कॉम (Accuweather.com) और भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने भी फरवरी में गुजरात भुज के लिए कई दिनों तक तापमान के लगभग 40 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने की भविष्यवाणी की है. इससे पहले फरवरी में भुज में अधिकतम तापमान 28 फरवरी 1953 को 38.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.
वैगरीज के रिकॉर्ड के अनुसार, यह किसी भी भारतीय स्टेशन (IMD मैनुअल वेधशाला) के लिए 40C को छूने वाली अब तक की सबसे पहली तारीख बन गई है. इससे 16 फरवरी से पहले फरवरी में सबसे अधिक तापमान 20 फरवरी 2016 को भुवनेश्वर में दर्ज किया गया था.
The previous high for #Bhuj in February was 38.9C on 28th February 1953.
Now, as per Vagaries’ records, this also becomes the earliest date ever for any Indian Station (IMD Manual observatory) to touch 40C.
Previous earliest was 20th February, at Bhubaneshwar in 2016. https://t.co/7GcVzK70Ep
— Vagaries of the Weather (@VagariesWeather) February 16, 2023
पाकिस्तान में भी बढ़ रहा पारा
जलवायु – वैज्ञानिकों ने भविष्यवाणी की है कि अगले कुछ दिनों में हालात और खराब होंगे और भारत और पाकिस्तान में गर्मी से जुड़े दर्जनों रिकॉर्ड टूट जाएंगे. भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान के मीठी में भी तापमान 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. ये इस देश में फरवरी में दर्ज किया गया अब तक का सबसे अधिक तापमान है. जलवायु वैज्ञानिकों ने कहा कि यहां फरवरी में तापमान के बढ़ने का पिछला रिकॉर्ड 1953 में उमरकोट में 39.4 डिग्री सेल्सियस का रहा था.
2022 में भी बेहाल किया था हीट वेव ने
भारत में बीते साल अप्रैल में भयंकर लू चली थी, जिसने अप्रैल महीने का 122 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ डाला था. गर्मी से लोग बेहाल हो गए थे. असामान्य तौर से बढ़े तापमान की वजह से भारत के कृषि उत्पादन पर भी इसका बेहद बुरा असर पड़ा था.
साल 2022 के दौरान अधिकतम और न्यूनतम तापमान में हुई असामान्य बढ़ोतरी ने 9 राज्यों पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, जम्मू -कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र में फसलों, फलों, सब्जियों और जानवरों को बुरी तरह से प्रभावित किया था. बीते साल अप्रैल और मार्च में अधिक तापमान की वजह से गेहूं और आम की पैदावार पर बुरा असर पड़ा था. गौरतलब है कि भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक देश है.
According to Indian climatologist Rajesh Kapadia, the 40C set today in India is the earliest ever seen in India and it also the earliest ever in the whole Asia together with 16 February 2016 at Makkah,Saudi Arabia.
Historic. And it will just get worse than this. https://t.co/Myh1XFwb9Z
— Extreme Temperatures Around The World (@extremetemps) February 16, 2023
गर्मी की लहर ने सामान्य मौसम वर्ष के मुकाबले भारत में 2022 में गेहूं उत्पादन को 4.5 फीसदी तक कम कर दिया है. पर्यावरण पब्लिकेशन एजेंसी डाउन टू अर्थ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, “गर्म मौसम ने मवेशियों और दुधारू पशुओं के शरीर के तापमान में 0.5 से 3.5 डिग्री सेल्सियस (डिग्री सेल्सियस) की बढ़ोतरी की है. इसकी वजह से दुग्ध उत्पादन में 15 फीसदी की कमी आई. हीटवेव चलने के शुरुआती दो दिनों के दौरान अंडे के उत्पादन में 10 फीसदी तक की कमी दर्ज की गई थी.”
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