Turkiye Earthquake Situation: आज पश्चिमी एशिया के कई देश विनाशकारी भूकंप (Earthquake) से थर्रा गए. तुर्किए (तुर्की) समेत चार देशों लेबनान, सीरिया और इजराइल में सोमवार सुबह धरती हिली, हजारों लोग भूकंप की चपेट में आ गए. इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.8 थी. भूकंप के कारण भारी तबाही मची है. जानिए भूकंप से जुड़ी 10 बड़ी बातें-
भूकंप के बाद बार-बार लगे तेज झटके
सोमवार की शाम को फिर से भूकंप के झटके लगे. यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक, 7.8 तीव्रता के भूकंप के बाद 18 आफ्टर शॉक्स रिकॉर्ड किए गए. अभी बताया गया है कि दो आफ्टरशॉक और आये हैं, जिसमें एक झटका 5.8 का था, जबकि दूसरा झटका 5.7 तीव्रता का था. यह दूसरा झटका तुर्किए के पूर्वी हिस्से में आया है.
तुर्किए में गईं सबसे ज्यादा लोगों की जानें
भूकंप के बाद अकेले तुर्किए (तुर्की) में 1000 से ज्यादा लोगों की जानें चली गईं, जबकि अन्य देशों के मृतकों को मिलाकर यह आंकड़ा 1600 तक पहुंच गया है. ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, 5,380 लोग जख्मी हुए हैं. भूकंप में 2818 इमारतें जमींदोज हो गई हैं और मलबे के भीतर से 2470 लोगों को बचाया गया है.
राहत-बचाव कार्य जोरों पर
भूकंप के झटकों के बीच बड़े पैमाने पर राहत-बचाव कार्य चल रहा है. न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक, तुर्किए (तुर्की) समेत भूकंप से प्रभावित देशों में हजारों लोगों के क्षतिग्रस्त परिसरों में फंसे होने की आशंका है. तुर्किए डिजास्टर मैनेजमेंट की ओर से कहा गया कि अभी बहुत-से मलबे में फंसे हुए हैं. ऐसे में बड़े पैमाने पर बचाव एवं राहत अभियान चलाया जा रहा है.
अर्दोआन ने की आपात बैठक
तुर्किए के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने भूकंप के मद्देनजर आपात बैठक की है, जिसमें भूकंप पीड़ितों के लिए हरसंभव मदद की पेशकश की गई है. आपदाग्रस्त तुर्किए को कई देश मदद मुहैया कराएंगे. इन देशों में भारत भी शामिल है.
तीन दिन पहले दी गई थी भूकंप की चेतावनी
इस भूकंप को लेकर 3 दिन पहले एक यूरोपीय वैज्ञानिक ने भविष्यवाणी की थी. नीदरलैंड के वैज्ञानिक फ्रेंक होगरबीट्स ने इस बारे में 3 फरवरी को ट्वीट किया था, उन्होंने कहा था- आज नहीं तो कल, लेकिन जल्द इस क्षेत्र में 7.5 तीव्रता का भूकंप आने वाला है.
4 देशों को लेकर जारी किया था अलर्ट
वैज्ञानिक फ्रेंक होगरबीट्स के ट्वीट में कहा गया था कि 7.5 तीव्रता के भूकंप से साउथ- सेंट्रल तुर्किए, जॉर्डन, सीरिया और लेबनान प्रभावित होंगे. हालांकि, भूकंप की इस भविष्यवाणी से भी तुर्किए नहीं चेता.
बर्फबारी भी बनी मुसीबत
भूकंप के बीच तुर्किए के कई इलाकों में टेंपरेचर जीरो से नीचे दर्ज किया गया है. दरअसल, इन दिनों इस देश में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. भूकंप से यहां एयरपोर्ट के रनवे डैमेज हो चुके हैं. बचाव-कार्य में बर्फबारी भी मुसीबत बनी है.
सीरिया में 560 जानें गईं
तुर्किए के पड़ोसी देश सीरिया में भी हजारों लोगों की जान संकट में है. यहां 560 लोगों की मौत हो चुकी है.
गजियांटेप में था भूकंप का केंद्र
तुर्किए में भूकंप का पहला झटका सोमवार सुबह करीब सवा 4 बजे आया. इसका केंद्र गजियांटेप एरिया में था, जो सीरिया बॉर्डर से 90KM दूर है.
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