Tripura Exit Poll Result: त्रिपुरा विधानसभा का चुनाव 11 दिन पहले 16 फरवरी हुआ था. अब 2 मार्च को पता चल जाएगा कि राज्य में किस पार्टी की सरकार बन रही और कौन उसका मुख्यमंत्री होगा. असली नतीजे आएं उससे पहले एग्जिट पोल के नतीजे सभी के सामने आ चुके हैं, जो बता रहे हैं कि त्रिपुरा विधानसभा में एक बार फिर से बीजेपी की सरकार बन रही है और सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री माणिक साहा हैं.
इस बार त्रिपुरा में एक चरण में हुए विधानसभा चुनाव में लगभग 88 प्रतिशत मतदान हुआ था. राज्य में सभी 60 सीटों पर सर्वे किया गया. किसी एग्जिट पोल में बीजेपी को पूर्ण बहुमत दिया गया है तो वहीं, कुछ एग्जिट पोल में बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी माना है.
क्या कहता है एग्जिट पोल?
इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के अनुसार राज्य में एक बार फिर से बीजेपी की वापसी का अनुमान है. एग्जिट पोल में बीजेपी को 36-45 सीटें मिल रही हैं. जबकि टीएमपी (टिपरा मोथा) को 9-16 सीटें मिलने का अनुमान है. लेफ्ट गठबंधन को 6-11 सीटें मिल सकती हैं. अन्य के खाते में 0 सीटें जाती दिख रही हैं. जी न्यूज-Matrize एग्जिट पोल ने भी त्रिपुरा में 29 से 36 सीटों के साथ बीजेपी की जीत की भविष्यवाणी की है.
टाइम्स नाउ ईटीजी के एग्जिट पोल के अनुसार, बीजेपी को 21-27 सीटें मिलने का अनुमान है. लेफ्ट के खाते में 18-24 सीटें जाती नजर आ रही हैं. एग्जिट पोल के मुताबिक, त्रिपुरा में बीजेपी को सबसे ज्यादा 45 फीसदी वोट मिलते दिख रहे हैं. लेफ्ट+कांग्रेस के पास 32 फीसदी वोट जाने का अनुमान है. टिपरा मोथा+ को 20 फीसदी वोट मिलते नजर आ रहे हैं. जबकि अन्य को 3 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. जन की बात के अनुसार, बीजेपी को 29-40 सीटें, लेफ्ट को 9-16 सीटें मिलती दिख रही हैं. इन सभी चार एग्जिट पोल के मुताबिक, बीजेपी गठबंधन को 32 सीटें, लेफ्ट+कांग्रेस को 15 सीटें मिलने का अनुमान है.
एससी-एसटी वोट किसको?
इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, एससी वोट सबसे ज्यादा बीजेपी को 57 प्रतिशत मिला है. उसके बाद लेफ्ट फ्रंट गठबंधन को 36 प्रतिशत और टिपरा मोथा गठबंधन को 3 प्रतिशत. अन्य के खाते में एससी का वोट 4 प्रतिशत गया है. वहीं, एसटी समुदाय की अगर बात करें तो यहां पर टिपरा मोथा पार्टी अव्वल रही है. एसटी ने 51 प्रतिशत टिपरा मोथा को वोट किया, उसके बाद बीजेपी का नंबर आता है जिसे 30 प्रतिशत वोट मिलता हुआ दिखाया गया है. वहीं, लेफ्ट फ्रंट को इस समुदाय से 18 प्रतिशत और अन्य में 1 प्रतिशत हैं.