MLC Election Results 2023: महाराष्ट्र (Maharashtra) और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) विधान परिषद के चुनावों के नतीजों की घोषणा की गई है. महाराष्ट्र में जहां बीजेपी (BJP) को झटका लगा है तो वहीं उत्तर प्रदेश में पार्टी को जीत मिली है. महाराष्ट्र की पांच सीटों पर हुए विधान परिषद शिक्षक और स्नातक के चुनाव के नतीजे गुरुवार (2 फरवरी) को जारी किए गए. जिसमें एमवीए (MVA) ने तीन सीटें तो निर्दलीय ने एक सीट जीती है. बीजेपी को एक सीट पर जीत मिली है.
उत्तर प्रदेश विधान परिषद की पांच सीटों के लिए हुए चुनाव के नतीजे शुक्रवार तक घोषित किए गए. जिनमें से चार सीटें बीजेपी के खाते में गई. जबकि एक सीट पर निर्दलीय ने जीत दर्ज की है. 30 जनवरी को हुए इन चुनावों की मतगणना दो फरवरी को हुई थी जिसमें से यूपी की पांच सीटों में से चार के नतीजे आ गए थे और एक सीट पर वोटों की गिनती जारी थी. यहां लीजिए दोनों राज्यों के विधान परिषद चुनाव नतीजों की पूरी जानकारी.
महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव के नतीजे
महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी-बालासाहेबांची शिवसेना गठजोड़ को झटका देते हुए महा विकास अघाड़ी (एमवीए) समर्थित उम्मीदवारों ने तीन सीटें जीती हैं. नागपुर मंडल शिक्षक सीट पर बीजेपी समर्थित उम्मीदवार को विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के हाथों हार का सामना करना पड़ा.
नागपुर में एमवीए समर्थित उम्मीदवार की जीत
एमवीए समर्थित उम्मीदवार सुधाकर अडबले ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी नागोराव गनार को हराकर नागपुर शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की. बीजेपी समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी गनार इस सीट से मौजूदा एमएलसी हैं. नागपुर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का गृह जिला है.
कोंकण में बीजेपी के ज्ञानेश्वर म्हात्रे जीते
बीजेपी के ज्ञानेश्वर म्हात्रे को कोंकण मंडल शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से विजयी घोषित किया गया. कोंकण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के परिणामों की घोषणा करने वाले रिटर्निंग ऑफिसर और डिवीजनल कमिश्नर महेंद्र कल्याणकर ने कहा कि म्हात्रे को 20,683 वोट मिले, जबकि एमवीए समर्थित उम्मीदवार बलराम पाटिल को 10,997 वोट मिले. म्हात्रे को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली पार्टी बालासाहेबांची शिवसेना का समर्थन प्राप्त था.
ये हैं नासिक, औरंगाबाद, अमरावती के नतीजे
नासिक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी सत्यजीत तांबे विजयी रहे. उन्होंने एमवीए समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार शुभांगी पाटिल को हराया. औरंगाबाद शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के उम्मीदवार विक्रम काले ने जीत दर्ज की. अमरावती स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी लिंगाडे ने बीजेपी प्रत्याशी रंजीत पाटिल को मात दी. एमवीए के धीरज लिंगाडे को 46,344 वोट मिले, जबकि बीजेपी के एमएलसी रंजीत पाटिल को 42,962 वोट मिले. पांच परिषद सदस्यों का छह साल का कार्यकाल (शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से तीन और स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों से दो) सात फरवरी को समाप्त हो रहा है.
महाराष्ट्र में ओपीएस ने बीजेपी को पहुंचाया नुकसान
महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि, “हां, यह सच है कि 90 फीसदी मतदाता पेंशन के मुद्दे से नाखुश थे, लेकिन यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि 2005 में कांग्रेस और एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) की सरकार ने ओपीएस को वापस ले लिया था. यह हमारी सरकार की गलती नहीं थी. हम उन कारणों पर आत्मनिरीक्षण करेंगे जिनकी वजह से हमें हार का सामना करना पड़ा.” राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनाव परिणाम से संकेत मिले हैं कि पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) के समर्थन में अभियान चलाना एमवीए के लिए फायदेमंद रहा. उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने भी माना कि ओपीएस का मुद्दा महंगा साबित हुआ.
कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा को श्रेय दिया
वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने शुक्रवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने विधान परिषद चुनावों में जीत हासिल करने के लिए विदर्भ में एमवीए की मदद की. पटोले ने यह भी कहा कि चुनावों ने बीजेपी को दिखा दिया है कि राजा कौन है. उन्होंने पार्टी के लोगों में उत्साह पैदा करने के लिए विदर्भ से गुजरी कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को भी श्रेय दिया.
उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव के नतीजे
उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव की बात करें तो यहां की पांच सीटों में से चार सीटें सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने हासिल की. जबकि एक सीट पर निर्दलीय ने जीत दर्ज की है. विधान परिषद के तीन स्नातक और दो शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान 30 जनवरी को हुआ था और मतगणना बृहस्पतिवार शाम शुरू हुई और शुक्रवार को संपन्न हुई. गोरखपुर-फैजाबाद मंडल स्नातक निर्वाचन क्षेत्र, इलाहाबाद-झांसी मंडल शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र, बरेली-मुरादाबाद मंडल स्नातक निर्वाचन क्षेत्र और कानपुर मंडल स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है.
बीजेपी ने चार सीटों पर किया कब्जा
गोरखपुर-फैजाबाद स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी के देवेंद्र प्रताप सिंह ने अपने निकटतम सपा प्रतिद्वंद्वी को 17,455 मतों के अंतर से हराया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर नगर सीट से विधायक हैं. इलाहाबाद (प्रयागराज)-झांसी शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में बीजेपी के बाबूलाल तिवारी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी शिक्षक संघ के सुरेश त्रिपाठी को 1403 मतों के अंतर से हराया.
बरेली-मुरादाबाद स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में बीजेपी के जयपाल सिंह व्यस्त ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के शिवप्रताप सिंह यादव को 51,257 मतों के अंतर से हराया. जयपाल सिंह व्यस्त को 92,771 वोट मिले थे. कानपुर स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में बीजेपी के अरुण पाठक ने 62,601 वोट हासिल किए और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कमलेश यादव को 9,316 वोटों से हराया.
कानपुर शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी विजयी
कानपुर शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी राज बहादुर सिंह चंदेल को 5,229 वोट मिले और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी हेमराज मीणा को 1,548 वोटों से हराया. यूपी एमएलसी की पांच सीटों के सदस्यों का कार्यकाल 12 फरवरी को खत्म हो जाएगा.
विधान परिषद की इन पांच सीटों पर कुल बीजेपी, सपा और निर्दलीय सहित 63 उम्मीदवार मैदान में थे. इनमें तीन स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों से 44 व दो शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों से 19 अभ्यर्थी शामिल थे. कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने इस चुनाव में अपने प्रत्याशी नहीं उतारे थे.
समाजवादी पार्टी को लगा झटका
इसी के साथ विधानमंडल के उच्च सदन में नेता प्रतिपक्ष का दर्जा हासिल करने की विपक्षी समाजवादी पार्टी की उम्मीदें चकनाचूर हो गई है. सपा के उच्च सदन (विधानपरिषद) में नौ सदस्य हैं और राज्य के उच्च सदन में विपक्ष के नेता का दर्जा हासिल करने के लिए एक और सदस्य की जरूरत थी. उत्तर प्रदेश में 403 सदस्यीय विधानसभा में, मुख्य विपक्षी सपा के पास आवश्यक संख्या है और उसके प्रमुख अखिलेश यादव विपक्ष के नेता हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी बधाई
विधान परिषद चुनाव (UP MLC Election Results) में बीजेपी प्रत्याशियों की जीत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने ट्वीट कर विजेताओं को बधाई दी और कहा, ”उत्तर प्रदेश विधान परिषद के चुनाव में विजयी सभी प्रत्याशियों को हार्दिक बधाई. राज्य विधान मंडल के उच्च सदन के लिए हुए चुनाव में बीजेपी प्रत्याशियों को मिली यह जीत आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली डबल इंजन सरकार के प्रति अथाह जन विश्वास की प्रतीक है.”
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