CBI Arrested Manish Sisodia: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी में नंबर 2 की हैसियत रखने वाले मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने रविवार (26 फरवरी) को गिरफ्तार कर लिया. उन्हें दिल्ली आबकारी नीति घोटाले के मामले में जांच में सहयोग न करने के मामले में गिरफ्तार किया है. इस बात की जानकारी खुद सीबीआई ने एक बयान जारी करके दी. इससे पहले मनीष के साथ 8 घंटे तक चली लंबी पूछताछ चली.
मनीष सिसोदिया ने रविवार को ही अपनी गिरफ्तारी की आशंका जताई थी और कहा था कि वो 7-8 महीने तक जेल में रहने के लिए तैयार हैं. वहीं, इससे पहले एबीपी नेटवर्क के आइडियाज ऑफ इंडिया कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी इस बात को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा था कि उन्हें सूत्रों को हवाले से खबर मिली है कि मनीष सिसोदिया को सीबीआई गिरफ्तार कर सकती है. तो आइए जानते हैं कि मनीष सिसोदिया के यहां तक के सफर के बारे में…
कौन हैं मनीष सिसोदिया?
मनीष सिसोदिया आम आदमी पार्टी में अरविंद केजरीवाल के बाद नंबर दो की हैसियत रखते हैं. आखिर वो यहां तक कैसे पहुंचे इसको लेकर भी चर्चा हो रही है. दरअसल, मनीष सिसोदिया का जन्म उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के फगौटा गांव में 5 जनवरी 1972 को हुआ था. उनके पिता स्कूल टीचर थे. अपनी शुरूआती शिक्षा उन्होंने अपने गांव में हासिल की और इसके बाद भारतीय विद्या भवन से उन्होंने जर्नलिज्म का कोर्स किया और अपने करियर की शुरूआत की. उन्होंने साल 1996 में ऑल इंडिया रेडियो के लिए “जीरो आवर” जैसे कार्यक्रमों की मेजबानी की और फिर साल 1997 और 2005 के बीच एक बड़े न्यूज चैनल में काम किया.
…जब अरविंद केजरीवाल से मिले मनीष
एक बड़े न्यूज चैनल में काम करते हुए उनकी मुलाकात अरविंद केजरीवाल से हुई थी. इस बात का जिक्र खुद केजरीवाल ने एबीपी नेटवर्क के कार्यक्रम आइडियाज ऑफ इंडिया में किया. बकौल केजरीवाल, उनकी मनीष सिसोदिया के साथ पहली मुलाकात तब हुई थी जब वो एक न्यूज चैनल के लिए काम करते थे और वो इनकम टैक्स विभाग में अधिकारी थे. इसके बाद उन्होंने परिवर्तन नाम से एक वेबसाइट बनाई थी जिसमें भ्रष्टाचार से परेशान लोग अपनी शिकायत दर्ज करा सकते थे. केजरीवाल कहते हैं कि मनीष सिसोदिया वो पहले इंसान थे जिसने परिवर्तन को आगे बढ़ाने का काम किया. इसके बाद अन्ना हजारे के आंदोलन से अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया दोनों जुड़ गए और शुरू हुआ राजनीतिक सफर.
अन्ना हजारे के आंदोलन ने बदल दी जिंदगी
अन्ना हजारे जब आंदोलन कर रहे थे उससे पहले, देश की जनता ने भ्रष्टाचार से पटी हुई खबरें देखी थीं. इस आंदोलन के बाद अरविंद केजरीवाल का नाम तेजी से उछला. कुछ समय बाद देश में एक नई पार्टी का जन्म होता और नाम दिया गया आम आदमी पार्टी. इस पार्टी के मुख्य सदस्यों में अरविंद केजरीवाल के मनीष सिसोदिया हैं. मनीष सिसोदिया ने अपना पहला विधानसभा चुनाव पटपड़गंज विधानसभा से लड़ा और बीजेपी के नकुल भारद्वाज को 11 हजार 476 वोटों से हरा दिया. इसके बाद से मनीष सिसोदिया ने कभी पीछे पलटकर नहीं देखा और आज के समय में वो आम आदमी पार्टी के फेमस फेस हैं.
मनीष सिसोदिया की केजरीवाल सरकार में जिम्मेदारियां
आजतक में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, मनीष सिसोदिया के पास दिल्ली सरकार के करीब 18 मंत्रालयों का जिम्मेदारी है, जिसमें दिल्ली के सरकार के वित्त मंत्रालय से लेकर शिक्षा, योजना, रोजगार, लोक निर्माण (पीडब्ल्यूडी), पर्यटन, उद्योग, बिजली, शहरी विकास, पानी जैसे विभाग शामिल हैं. सत्येंद्र जैन के जेल जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा भी मनीष सिसोदिया संभाल रहे थे. मनीष की गिरफ्तारी, केजरीवाल के लिए चिंता की लकीरें खींच सकती हैं क्योंकि वो सरकार में किसी भी विभाग की जिम्मेदारी नहीं संभाल रहे हैं और पार्टी की ओर से भी वो कई जिम्मेदारियों को अंजाम दे रहे थे.