Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में सब कुछ सही और सकारात्मक हो, इसके लिए नॉर्थ ईस्ट के नगालैंड में अनोखी पहल की गई है. वहां नगालैंड बापटिस्ट चर्च काउंसिल (एनबीसीसी) की ओर से ईश्वर में यकीन रखने वाले लोगों और देश के नागरिकों से खास अपील की गई है. अपील के तहत बताया गया कि एनबीसीसी की ओर से 152 घंटे की प्रार्थना श्रृंखला का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सभी लोग हिस्सा लें. लोग इस दौरान प्रार्थना करें कि आम चुनाव के दौरान ईश्वर शक्ति दिखाएं और अच्छे लोग चुने जाएं. सही नेता चुने जाएंगे तो वे गरीबों और कमजोरों के लिए काम करेंगे.
अपील के मद्देनजर लोगों से कहा गया कि वे ईश्वर से डरने वाले नेताओं के चुने जाने की कामना करें. ऐसे ही लोग जनकल्याण को प्राथमिकता देते हैं. लोग मतदाताओं के बीच एकता, क्षमा और विवेक का आह्वान भी करें, जो कि राजनीतिक परिदृश्य को आकार देने में नागरिकों की जिम्मेदारी पर जोर देता है.
नगालैंड का धार्मिक प्रयास पूरे देश के लिए
152 घंटे वाली यह प्रार्थना एक किस्म का धार्मिक प्रयास है, जिसका मकसद देश की मौजूदा हालत के बारे में सोचना और भारत के साथ नगालैंड में उसके लिए ऊपर वाले से मदद मांगना है. एनबीसीसी के महासचिव इस पहल का नेतृत्व कर रहे हैं और वह इसके जरिए देश का भाग्य तय करने में प्रार्थना की भूमिका पर जोर डालना चाहते हैं.
नॉर्थ ईस्ट के राज्य में कब होना है आम चुनाव?
नगालैंड सरकार ने इससे पहले ईस्टर्न नगालैंड पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन (ईएनपीओ) से अपील की कि वह 19 अप्रैल को एकमात्र लोकसभा सीट के लिए होने वाले चुनाव का बहिष्कार न करे. यह संगठन नगालैंड के छह जिलों को मिलाकर एक अलग प्रशासन या राज्य की मांग कर रहा है. ईएनपीओ साल 2010 से ही अलग राज्य की मांग कर रहा है और उसका दावा है कि पूर्वी नगालैंड के छह जिलों को वर्षों से उपेक्षित रखा गया है. संगठन ने मांगों पर दबाव डालने के लिए लोकसभा चुनावों के बहिष्कार की घोषणा की है.
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