Goa News: गोवा में महंगी होगी बीयर! जानिए आखिर क्यों होगा ऐसा


<p style="text-align: justify;"><strong>&nbsp;Goa News:</strong> गोवा में बीयर के शौकीनों को इसके लिए ज्यादा दाम चुकाने होंगे, राज्य सरकार ने बीयर पर आबकारी शुल्क 10 से 12 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिया है जिससे अब राज्य में बीयर की बोतल महंगी हो जाएगी. राज्य के आबकारी विभाग ने शुल्क वृद्धि की घोषणा दो दिन पहले की थी. गोवा के शराब कारोबारियों के संगठन के अध्यक्ष दत्ता प्रसाद नाइक ने कहा कि इस शुल्क वृद्धि के बाद लाइट बीयर के दाम 15 रुपये प्रति बोतल, स्ट्रांग बीयर के 20-25 रुपये जबकि महंगी बीयर के दाम 30 रुपये प्रति बोतल तक बढ़ जाएंगे.</p>
<p style="text-align: justify;">बीयर और बीच का मजा लेने के लिए लोग गोवा की सैर करने ज्यादा जाते थे. गोवा जाने वालों के लिए एक बुरी खबर हो सकती है कि समुद्र किनारे सस्ती शराब अब सस्ती नहीं रही. एक्साइज ड्यूटी बढ़ने के बाद सस्ती बीयर का स्टेटस अब इस राज्य से छीन लिया गया है और अब विदेशी शराब की बिक्री के मामले में गोवा का आधा मार्केट उत्तर भारतीय राज्यों के पास चला गया है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>गोवा में अब सस्ती नहीं रही शराब</strong></p>
<p style="text-align: justify;">पहले कभी होता था कि दिल्ली समेत उत्तर भारत से पर्यटक गोवा आते थे और यहां शराब खरीदते थे, लेकिन अब यहां आने वाले लोग अपने साथ शराब की बोतल भी ला रहे हैं. इसकी वजह ये है कि विदेशी शराब के मामले में गोवा अब बहुत महंगा हो गया है. शराब व्यापारियों का कहना है कि पिछले दो महीने में बिक्री में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है. व्यापारियों का कहना है कि अगर गोवा सरकार शराब नीति को लेकर अपना रुख नहीं बदलती, तो हालात और मुश्किल हो जाएंगे.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>भारत में बनी शराब सस्ती, विदेशों में बनी शराब है महंगी</strong></p>
<p style="text-align: justify;">गोवा लिकर ट्रेडर्स असोसिएशन के प्रेजिडेंट दत्ता प्रसाद नाइक कहते हैं, ‘उत्तर भारतीय राज्यों की तुलना में गोवा में विदेशी शराब सस्ती है. इसके चलते राज्य में शराब की बिक्री में 30 से 40 फ़ीसदी की गिरावट आई है.’ दत्ता प्रसाद कहते हैं कि अगर भारत में बनी विदेशी शराब और बाहर से आयात हुई शराब एक ही दाम पर बिकेगी, तो लोग जाहिर तौर पर बाहर वाली शराब ही खरीदेंगे. भारत में बनने वाली विदेशी शराब (IMFL) के मामले में गोवा हालांकि अब भी फायदे में है, लेकिन लोकप्रिय विदेशी ब्रांड यहां महंगे हैं.</p>
<p style="text-align: justify;">गोवा के लिए कमाई का सबसे बड़ा माध्यम है एक्साइज ड्यूटी. 2020-21 में इसने 548 करोड़ रुपये के लक्ष्य के मुकाबले 519 करोड़ रुपये कमाए. 2022-23 का टारगेट है 629 करोड़ रुपये. हालांकि कई शराब कारोबारियों को लगता है कि इस टारगेट को पाना अब मुश्किल होगा.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें: </strong><a title="Maiden Pharma: मेडेन फार्मा के कफ सिरप का मामला, DCGI की विशेषज्ञ समिति ने WHO को भेजा जवाब" href="https://www.abplive.com/news/india/maiden-pharmaceuticals-cough-syrup-issue-dcgi-s-expert-committee-reply-to-who-2238789" target="_self"><strong>Maiden Pharma: मेडेन फार्मा के कफ सिरप का मामला, DCGI की विशेषज्ञ समिति ने WHO को भेजा जवाब</strong></a></p>

Source link

By jaghit