Foreign Minister S Jaishankar Says Terrorism Should Stop Being Used As A Political Tool

India On Terrorism: पाकिस्तान (Pakistan) में मौजूद आतंकवादियों (Terrorists) को संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की आतंकी सूची में शामिल किए जाने के प्रस्तावों को बार-बार बाधित किए जाने के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा है कि आतंकवाद का इस्तेमाल ‘राजनीतिक औजार’ (Political Tool) के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि बगैर कोई कारण बताए किसी चीज को बाधित करना व्यावहारिक एवं संवेदनशील बर्ताव नहीं है.

विदेश मंत्री ने न्यूयॉर्क यात्रा का समापन करते हुए शनिवार को यहां भारतीय संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘हमारा मानना है कि अगर किसी प्रक्रिया में कोई पक्ष फैसला करता है तो उसे इस बारे में पारदर्शी होने की जरूरत है.’’

UNGA की उच्च स्तरीय बैठक में भी उठा मुद्दा

जयशंकर ने कहा, ‘‘यह मुद्दा मेरी कई बैठकों में उठा है. मैंने ब्रिक्स देशों के साथ बैठक में भी इसका उल्लेख किया था.’’ उन्होंने यह बात संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर गुरुवार को ब्रिक्स के सदस्यों-ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका-के विदेश मंत्रियों की बैठक का संदर्भ देते हुए कहा. इस बैठक में जयशंकर के अलावा ब्राजील के विदेश मंत्री कार्लोस अल्बर्टो फ्रैंको फ्रांका, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, चीन के विदेश मंत्री वांग यी और दक्षिण अफ्रीका के अंतरराष्ट्रीय संबंध एवं सहयोग मामलों के मंत्री नलैदी पैंडर शामिल हुए.

चीन वीटो पावर इस्तेमाल कर डालता है अडंगा

पाकिस्तान से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने वाले वाले आतंकवादियों को सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की 1267 अलकायदा प्रतिबंध सूची में शामिल कराने के भारत, अमेरिका और अन्य देशों के प्रयास को यूएनएससी में वीटो अधिकार रखने वाले देश चीन ने कई बार बाधित किया है.

पिछले हफ्ते चीन ने अमेरिका द्वारा पेश किये गए और भारत द्वारा समर्थित एक प्रस्ताव को रोक दिया था. यह प्रस्ताव लश्कर ए तैयबा के आतंकी साजिद मीर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए लाया गया था. वह मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमलों में संलिप्तता को लेकर वांछित है.

मनमाने तरीके से बाधा नहीं डाल सकते

इस साल जून में, चीन ने भारत और अमेरिका के एक प्रस्ताव को आखिरी क्षणों में रोक दिया था. यह प्रस्ताव पाकिस्तान में मौजूद आतंकी अब्दुल रहमान मक्की को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 अलकायदा प्रतिबंध समिति के तहत सूचीबद्ध करने के लिए लाया गया था.

जयशंकर ने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि कारण बताया जाएगा और लोग मनमाने तरीके से या राजनतिक रूप से बाधा नहीं डालेंगे.’’ उन्होंने कहा कि कहने का अभिप्राय यह है कि ‘‘यह कोई अंतर-राज्यीय राजनीति नहीं है जिसके बारे में हम बात कर रहे हैं.’’

आतंकवाद राजनीति नहीं है

उन्होंने कहा, ‘‘हम अपना यह स्पष्ट संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं आतंकवाद (Terrorism) राजनीति नहीं है. इसका इस्तेमाल राजनीतिक औजार (Political Tool) के रूप में नहीं किया जाना चाहिए, इसके परिणाम राजनीतिक नहीं बनाए जाने चाहिए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि आप संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में जाएंगे और कहेंगे कि क्या हर कोई आतंकवाद को साझा खतरा मानता है, प्रत्येक व्यक्ति इसका ‘हां’ में जवाब देगा. इसलिए हम भी यह कह रहे हैं.’’

ये भी पढ़ें:

आतंकवाद पर चीन-पाकिस्तान को फटकार और भारत के पांच संकल्प, UN में विदेश मंत्री जयशंकर के भाषण की बड़ी बातें

UNGA: पाकिस्तान ने अलापा कश्मीर राग तो भारत ने फटकारा, जानिए दोनों देशों ने UN में क्या-क्या कहा?

Source link

By jaghit

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

%d bloggers like this: