European Spacecraft Rockets Toward Jupiter And Its Icy Moons

JUICE Mission: ब्रह्मांड में धरती के बाहर भी जीवन है, इस रहस्य को सुलझाने के लिए वैज्ञानिक वर्षों से लगे हुए हैं. हालांकि अभी तक सफलता नहीं मिल पाई है. इस सवाल के जवाब के लिए एक यूरोपीय अंतरिक्ष यान बृहस्पति और उसके तीन बर्फीले चंद्रमाओं की खोज के लिए रवाना हो गया है. गौरतलब है कि इससे पहले गुरुवार को ही यह लांच किया जाना था लेकिन खराब मौसम के कारण इसे टाल दिया गया.

यात्रा की शुरुआत दक्षिण अमेरिका में फ्रेंच गुयाना से यूरोप के एरियन रॉकेट द्वारा सुबह के प्रक्षेपण के साथ हुई. फ्रेंच गुएना के कोरोऊ स्पेसपोर्ट से एरियन-5 रॉकेट से इसे अंतरिक्ष में भेजा गया है इस प्रोजेक्ट की लागत 14,270 करोड़ रुपये है. यह अंतरिक्ष यान बृहस्पति ग्रह के चंद्रमाओं पर जीवन की तलाश के लिए आठ साल की लंबी यात्रा करेगा. यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) ने कम से कम 13 यूरोपीय देशों, अमेरिका, जापान और इज़रायल को साथ लिया है. 

यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के परियोजना वैज्ञानिक ओलिवियर विटासे ने जोर देकर कहा कि हम JUICE के साथ जीवन का पता लगाने नहीं जा रहे हैं. लेकिन चंद्रमाओं और उनके संभावित समुद्रों के बारे में अधिक जानने से वैज्ञानिक जीवन और अन्य चीजों को लेकर आसानी से जवाब दे पाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि यह मिशन वास्तव में बेहद ही दिलचस्प होने वाला है. बता दें कि इस अंतरिक्ष यान का नाम जूस (Jupiter Icy Moons Explorer-Juice) है. 

मिशन का उद्देश्य

यूरोप के सबसे बड़े मिशन के अंतर्गत जूस अंतरिक्ष यान बृहस्पति और इसके तीन बड़े चंद्रमाओं कैलिस्टो, गेनीमेड और यूरोपा के पास से गुजरेगा. जब यह रहस्यमयी दुनिया के पास पहुंचेगा, तो बृहस्पति की भी जांच करेगा. इसके साथ ही बृहस्पति के चंद्रमाओं पर जीवन की संभावना की भी जांच करेगा.  

6.6 अरब किमी की यात्रा करेगा जूस 

जूस अंतरिक्ष यान 6.6 अरब किमी की यात्रा करके साल 2031 में बृहस्पति ग्रह की कक्षा में पहुंचेगा. इसका मतलब यह है कि आठ साल तक 5963 किलोग्राम वजनी ऑर्बिटर अंतरिक्ष में घूमता रहेगा. 

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By jaghit