China Covid-19 Cases: चीन में कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. चीनी मानवाधिकार कार्यकर्ता जेनिफर जेंग लगातार सोशल मीडिया के जरिये चीन (China) में कोरोना से बिगड़े हालात की जानकारी साझा कर रही हैं. उन्होंने बुधवार (21 दिसंबर) को ट्वीट कर बताया कि कैसे अधिकारियों ने एक स्टूडेंट के कोविड-19 पॉजिटिव (Covid Positive) होने के बावजूद भी उसे काम करने के लिए मजबूर किया. जेनिफर ने बताया कि छात्र सिचुआन यूनिवर्सिटी से संबद्धित एक अस्पताल से ग्रेजुएट था. अधिकारियों ने कोरोना से उसकी मौत को कथित रूप से कवर अप करने की कोशिश की.
जेनिफर ने सोशल मीडिया पोस्ट का हवाला देते हुए यह भी दावा किया कि 23 वर्षीय चेन जियाहुई के माता-पिता को शव को ले जाने की अनुमति देने से पहले शव की जांच नहीं करने का वादा करने के लिए मजबूर किया गया था. चीन में प्रतिबंधों में ढील के बाद संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है. इतना ही नहीं, वहां इस बीमारी से मरने वालों की संख्या में भी इजाफा हुआ है.
अस्पताल का वीडियो किया साझा
चीनी मानवाधिकार कार्यकर्ता जेनिफर जेंग ने अस्पताल में चेन का एक वीडियो साझा करते हुए ट्विटर पर लिखा, “परेशान करने वाला! चीनी सोशल मीडिया के अनुसार, सिचुआन विश्वविद्यालय से संबद्ध वेस्ट चाइना अस्पताल में स्नातक छात्र 23 वर्षीय चेन जियाहुई को कोविड पॉजिटिव परीक्षण के बाद काम करने के लिए मजबूर किया गया था. 3 दिनों के काम के दबाव के बाद 13 दिसंबर को वह अचानक बेहोश हो गया और वेस्ट चाइना अस्पताल ले जाने के 30 मिनट बाद उसकी मौत हो गई. इतना ही छात्र की मौत के बाद अधिकारियों ने उसे कवर अप करने की भी कोशिश की और मृतक के परिजनों को शव की जांच नहीं कराने को कहा.
News Reels
1. Disturbing! According to Chinese social media, 23 y/o Chen Jiahui (陈家辉), a graduate student at West China Hospital affiliated with Sichuan University, was forced to work after testing #COVID positive. After 3 days of high-intensity work, on Dec 13, he suddenly passed out, pic.twitter.com/SB1kOzENHv
— Jennifer Zeng 曾錚 (@jenniferzeng97) December 21, 2022
BF.7 वैरिएंट ने चीन में मचाई तबाही
चीन में कोरोना के मामले खतरनाक रफ्तार से बढ़ रहे हैं. चीन में मामले बढ़ने के कई कारण हैं. BF.7 वैरिएंट ने चीन में कोरोना को विस्फोटक रूप दिया है. सबसे बड़ा कारण तो चीन की कोरोना नीति रही है. चीन ने लंबे समय तक जीरो कोविड पॉलिसी का पालन किया है. उस हालात में एक या दो कोरोना के मामले भी आते थे तो चीन में लॉकडाउन लग जाता था. इस वजह से वहां पर लोग इस वायरस से ज्यादा एक्सपोज नहीं हुए. इसके अलावा चीन में अभी भी सभी को कोरोना की वैक्सीन नहीं लगी है. चीन की बुजुर्ग आबादी में से काफी कम लोगों को कोविड वैक्सीन लगाई गई है.
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