Alcohol Sales In India Rose To A Four-year High In 2022 Says Report

Liquor Sales in India: कोरोना से उबरने के बाद शराब के व्यापार में जबरदस्त इजाफा हुआ है. इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में शराब की बिक्री 2021 की तुलना में 12 प्रतिशत बढ़कर 388 मिलियन मामलों में चार साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई. रिपोर्ट के अनुसार, लोग विदेशी शराब ज्यादा पी रहे हैं. रम, जिन, वोदका, व्हिस्की और ब्रांडी जैसे सभी प्रमुख ब्रांड की शराब और वाइन की मांग में जबरदस्त इजाफा हुआ है.

कोरोनाकाल में शराब की बिक्री तो जारी रही लेकिन प्रीमियम शराब की बिक्री में कमी आई थी. अब व्यापार में सुधार हुआ है. कंफेडरेशन ऑफ इंडियन अल्कोहलिक बीवरेज कंपनीज (CIABC) के अध्यक्ष विनोद गिरी के हवाले से इकोनॉमिक टाइम्स ने कहा कि प्रीमियम शराब की मांग बढ़ने के पीछे लोगों की आमदनी का बढ़ना रहा है.

पहले इन कारणों से होता था नुकसान

विनोद गिरी ने कहा, “भारत में कभी भी मांग की दृष्टि से कोई मुद्दा नहीं रहा लेकिन अतीत में या तो आपूर्ति के मुद्दों, टैक्स में बदलाव या रूट-टू-मार्केट मॉडल के कारण नुकसान उठाना पड़ा है.” उन्होंने आगे कहा, “2022 में हमने सप्लाई साइड में कोई बड़ा व्यवधान नहीं देखा, जिससे बिक्री में तेजी आई.” बता दें कि इस समय बाजार में प्रीमियम (महंगी) शराब की बिक्री बढ़ रही है.

व्हिस्की की हर 5वीं बोतल प्रीमियम

रिपोर्ट के मुताबिक, बीते साल जितनी व्हिस्की बिकी, उसमें से प्रीमियम पोर्टफोलियो की हिस्सेदारी 20 फीसदी हो गई. मतलब कि व्हिस्की की हर 5वीं बोतल प्रीमियम कैटेगरी की थी. पिछले साल इस श्रेणी में ऐसी बिक्री नहीं देखी गई थी. विनोद गिरी ने कहा, “प्रीमियम उत्पादों में वृद्धि उनके पोर्टफोलियो के साथ सबसे तेज थी, जो अब भारत में बेची जाने वाली सभी व्हिस्की का पांचवां हिस्सा है.”

जिन की बिक्री 65% बढ़ी

रिपोर्ट के मुताबिक, इस समय व्हाइट स्पिरिट की बिक्री तेजी से बढ़ी है. पिछले साल व्हिस्की और ब्रांडी की बिक्री में 11 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी तो वहीं, रम की बिक्री में 18% की बढ़ोतरी हुई. वोदका की बिक्री 25% और जिन की बिक्री 65 फीसदी बढ़ी है. ये दोनों व्हाइट स्पिरिट हैं. रिपोर्ट में यूनाइटेड स्पिरिट्स की प्रबंध निदेशक हिना नागराजन ने कहा, “हम प्रीमियमीकरण की कहानी और विकास को काफी मजबूत देखते हैं और आश्वस्त हैं कि मौलिक विकास जारी रहेगा.”

ये भी पढ़ें- भारतीय अर्थव्यवस्था की धुरी एमएसएमई और चीन, SBI की रिपोर्ट से जानिए कहां है चुनौतियां

Source link

By jaghit

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

%d bloggers like this: