Microsoft दावा चीन हैकर: अमेरिका (America) की सबसे बड़ी टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) कॉर्प ने बुधवार (24 मई) ये दावा किया कि उन्होंने चीन (China) के तरफ से प्रायोजित एक हैकिंग एक्टिविटी का पर्दाफाश किया है. उन्होंने कहा कि चीन के हैकर ग्रुप ने गुआम और अमेरिका में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा संगठनों को निशाना बनाने की कोशिश की थी.
Microsoft ने कहा कि उसने इस बात के बारे में पता लगाने की कोशिश कि और पाया कि चीन वोल्ट टाइफून अभियान के तहत उन क्षमताओं का विकास कर रहा है जो भविष्य के संकटों के दौरान अमेरिका और एशिया क्षेत्र के बीच महत्वपूर्ण संचार बुनियादी ढांचे को बाधित कर सकते हैं.
चीन के ओर से स्पॉन्सर हैकर समूह
वोल्ट टाइफून चीन के ओर से स्पॉन्सर हैकर समूह है, जो 2021 के मध्य से सक्रिय है. इन्होंने गुआम और अमेरिका में अन्य जगहों पर महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा संगठनों को टारगेट किया है. इस इलाके में अमेरिका की प्रमुख सैन्य उपस्थिति है. Microsoft कंपनी का कहना है कि चीन-समर्थित हैकर ने अमेरिका में क्रिटिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट किया है. Microsoft ने कहा कि चीन ने टारगेट या समझौता किए गए ग्राहकों को सूचित किया और उन्हें जानकारी दी है.
दिग्गज कंपनी अभी घोषणा क्यों कर रही
माइक्रोसॉफ्ट के एक प्रवक्ता ने यह नहीं बताया कि सॉफ्टवेयर की दिग्गज कंपनी अभी घोषणा क्यों कर रही है या क्या उसने हाल ही में गुआम में या वहां से सटे अमेरिकी सैन्य सुविधाओं में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को लक्षित करने में तेजी देखी है, जिसमें एक प्रमुख हवाई अड्डा भी शामिल है.
Google के मैंडिएंट साइबर सिक्योरिटी इंटेलिजेंस ऑपरेशन के मुख्य विश्लेषक जॉन हॉल्टक्विस्ट ने माइक्रोसॉफ्ट की घोषणा को संभावित रूप से एक महत्वपूर्ण खोज कहा.
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