Nepal Former Pm K P Sharma Oli Spoke Against India Has Given Anti India Statements Before

KP Sharma Oli on India : नेपाल की सत्तारूढ़ पार्टी यूएमएल (UAML)के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने शनिवार को एक बार फिर भारत के खिलाफ अपना गुस्सा निकाला है. उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश हिमालयी देश में सरकार के गठन में अनावश्यक रुचि ले रहे हैं. काठमांडू में आयोजित एक कार्यक्रम में ओली ने ये बात कही. 

यूएमएल और ओली के समर्थन से, सीपीएन (माओवादी सेंटर) के अध्यक्ष, पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड नेपाल के प्रधानमंत्री बन गए हैं. पहले संसद में सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस के साथ प्रचंड थे लेकिन प्रचंड को प्रधानमंत्री का पद सौंपने से इनकार करने के बाद वह ओली के समर्थन से सत्ता में काबिज हुए.

20 नवंबर के चुनाव से पहले, नेपाली कांग्रेस और माओवादी सेंटर का गठबंधन था, जहां उन्होंने लोकतांत्रिक-वाम गठबंधन के तहत एक साथ चुनाव लड़ा था. लेकिन चुनाव के बाद नेपाली कांग्रेस ने अंतिम समय में प्रचंड को प्रधानमंत्री पद देने से इनकार कर दिया. यूएमएल के ओली को मौका मिल गया और प्रचंड को समर्थन दे दिया.

‘यह नेपालियों द्वारा बनाई गई सरकार है’

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शनिवार (6जनवरी) को ओली ने कहा कि कुछ पड़ोसी अब भी दीवार लांघने और देश के आंतरिक मामलों में दखल देने की कोशिश कर रहे हैं. ओली ने भारत का नाम लिए बिना कहा, यह नेपालियों द्वारा बनाई गई सरकार है. नेपालियों को सरकार नहीं बनाने देने के प्रयास किए गए थे. मैंने अपने पड़ोसियों से आग्रह किया कि वह हमारी सरकार के गठन की प्रक्रिया में हस्तक्षेप न करें. कुछ ताकतें नेपाल की राजनीति को अस्थिर करने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन हमने इसे स्थिरता दी.

पूर्व प्रधानमंत्री को राष्ट्रवादी नेता के रूप में जाना जाता है जिन्होंने 2017 में राष्ट्रवादी तख्ती के तहत चुनाव जीता था. उन्होंने 20 नवंबर के चुनाव के दौरान फिर से भारत विरोधी भावना और सीमाओं के मुद्दे को उठाया था. यूएमएल, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी और अन्य के समर्थन से, प्रचंड ने पिछले साल 26 दिसंबर को प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी.

हमारे घर में घुस कर सरकार बदलने की कोशिश कर रहे हैं

ओली ने कहा, हमारे कुछ दोस्त दरवाजे से नहीं बल्कि दीवार फांदकर हमारे घर में घुस रहे हैं और सरकार बदलने की कोशिश कर रहे हैं, जो संभव नहीं है. इस तरह की गतिविधि को स्वीकार नहीं किया जाएगा. मैं अपने पड़ोसियों से आग्रह करता हूं कि वह नेपाल के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करें.

यह पहली बार नहीं है जब ओली ने भारत के खिलाफ अपना गुस्सा उतारा है. नेपाल ने मई 2020 में एक नया नक्शा जारी किया था, तब ओली प्रधानमंत्री थे, जिसमें विवादित क्षेत्र को शामिल किया गया था जो भारत का हिस्सा है, जिससे दोनों पड़ोसी देशों के बीच क्षेत्रीय विवाद पैदा हो गया था.

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By jaghit