भारत में कोरोना के नए वेरिएंट के 300 से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं. इनमें से सबसे ज्यादा मरीज महाराष्ट्र में पाए गए हैं. महाराष्ट्र में ओमीक्रॉन के फ्लर्ट वेरिएंट के लगभग 100 मरीज पाए गए हैं. देश में फ्लर्ट वेरिएंट के 324 मरीज सामने आ चुके हैं. देश में नए वेरिएंट के मरीज महाराष्ट्र के साथ गोवा, कोलकाता, ओडिशा, उत्तराखंड, राजस्थान और गुजरात में पाए गए हैं.
भारत में कोविड-19 के उप स्वरूप केपी.2 से 290 और केपी.1 के केस सामने आये हैं. कोविड-19 के ये दोनों उप स्वरूप सिंगापुर में संक्रमण के मामले बढ़ने के लिए जिम्मेदार हैं. हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि ये दोनों जेएन1 स्वरूप के उप स्वरूप हैं और इनका संबंध अस्पताल में भर्ती होने के मामलों और गंभीर रूप से बीमार होने से नहीं है.
सूत्रों ने कहा, ‘‘इसलिए चिंतित होने या घबराने का कोई कारण नहीं है. विषाणु के स्वरूप में तेजी से बदलाव होते रहेंगे और यह सार्स-सीओवी2 जैसे विषाणुओं का नैसर्गिक गुण है.’’ सूत्रों ने बताया कि इंडियन सार्स-सीओव-2 कंसोर्टियम ऑन जीनोमिक्स (आईएनएससीओजी) मामले के प्रति संवेदनशील है और नया स्वरूप सामने आने पर उसका मुकाबला कर सकता है. उन्होंने बताया कि विषाणु के कारण बीमारी की गंभीरता में किसी भी बदलाव का पता लगाने के लिए अस्पतालों से भी व्यवस्थित तरीके से नमूने लिए जाते हैं.