पाकिस्तान-चीन संबंध: पाकिस्तान में गधों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. हाल ही में पाकिस्तान इकनॉमिक सर्वेक्षण ने खुलासा किया है कि यहां पिछले 1 साल के भीतर गधों की संख्या में 1 लाख की बढ़ोतरी हुई है. इसके बाद अब गधों की संख्या 57 लाख से बढ़कर 58 लाख हो चुकी है.
हालांकि, गधों की बढ़ती जनसंख्या के पीछे चीन (China) को मुख्य वजह बताई जा रही है, क्योंकि इससे पहले चीन ने पाकिस्तान से गधों की सप्लाई करने के लिए कहा था. चीन में गधों की अच्छी-खासी मांग है, जिसके वजह से चीन कई मौकों पर पाकिस्तान को गधों की सप्लाई बढ़ाने के लिए कहा है.
गधों की त्वचा से निकलता है जिलेटिन
पाकिस्तानी अखबार द डॉन के रिपोर्ट के मुताबिक चीन लगातार कुत्तों और गधों को अन्य देशों से इंपोर्ट कर रहा है. चीन में बढ़ती मांग की वजह से देश की सरकार जानवरों का मांगा रही है. चीन को गधों की त्वचा से जिलेटिन मिलता है, जिसका इस्तेमाल पारंपरिक चीनी दवा बनाने के लिए किया जाता है. इसके लिए गधों को मारा जाता है और फिर उसकी चमड़ी को उबाला जाता है. 2019 में गार्जियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक जिलेटिन इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है.
पाकिस्तान सरकार ने ली 3,000 एकड़ जमीन
जियो न्यूज ने बताया कि पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्रालय और सीनेट की स्थायी समिति के अधिकारियों के बीच 2022 में आयात और निर्यात पर ब्रीफिंग हुई थी. इस ब्रीफिंग के दौरान मंत्रालय के एक सदस्य दिनेश कुमार ने जानकारी दी थी कि चीन ने पाकिस्तान से गधों और कुत्तों को इम्पोर्ट करने में रुचि दिखाई है. इसके लिए देश की सरकार ने पंजाब प्रांत के ओकारा जिले में 3,000 एकड़ से अधिक की जमीन ली और वहां गधों को रख कर पाला गया.
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