Eris Covid Strain: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार (9 अगस्त) को संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन में फैल रहे ईजी.5 कोरोना वायरस स्ट्रेन को “रुचि के वेरिएंट” के रूप में वर्गीकृत किया, लेकिन कहा कि यह अन्य वेरिएंट की तुलना में सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए अधिक खतरा पैदा नहीं करता है.
हालांकि संगठन ने कहा है कि यह अन्य स्वरूपों की तुलना में अधिक खतरनाक नहीं लगता है. अमेरिका के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (एनआईएच) के अनुसार ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ पूर्व में हुए संक्रमण या टीकाकरण के दौरान उत्पन्न एंटीबॉडी से संक्रमण के प्रभाव को कम करने, नैदानिक प्रभाव और संभावित उपचार को कम करने या संक्रमण को प्रसारित करने या बीमारी की गंभीरता में वृद्धि करने से संबंधित है.
पुणे से ईजी.5 का मामला आया है सामने
सार्स-कोव-2 का ईजी.5 या एरिस स्वरूप का मामला पहली बार इस साल 17 फरवरी को दर्ज किया गया था और 19 जुलाई को निगरानी के तहत एक स्वरूप (वीयूएम) के रूप में नामित किया गया था. डब्ल्यूएचओ ने बुधवार को ईजी.5 और इसके उप-स्वरूप को वीओआई के रूप में नामित किया. इसने कहा कि ईजी.5 ओमीक्रॉन स्वरूप एक्सबीबी.1.9.2 का एक रूप है. भारत में इस साल मई में अब तक पुणे से ईजी.5 का केवल एक मामला सामने आया है.
मार्च 2020 में इस प्रकोप को महामारी किया था घोषित
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, वैश्विक स्तर पर, ईजी.5 के अनुपात में लगातार वृद्धि दर्ज की गई है. महामारी विज्ञान सप्ताह 29 (17 से 23 जुलाई, 2023) के दौरान, ईजी.5 का वैश्विक प्रसार 17.4 प्रतिशत था. तेजी से फैलने वाला वेरिएंट, संयुक्त राज्य अमेरिका में अनुमानित 17% से अधिक मामलों के साथ सबसे अधिक प्रचलित है, जो देश भर में वायरस में वृद्धि के पीछे रहा है. इसके अलावा चीन, दक्षिण कोरिया, जापान और कनाडा सहित अन्य में भी पाया गया है.
कोविड 19 ने वैश्विक स्तर पर 6.9 मिलियन से अधिक लोगों की जान ले ली है, इस वायरस के उभरने के बाद से 768 मिलियन से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है. WHO ने मार्च 2020 में इस प्रकोप को महामारी घोषित किया और इस साल मई में COVID-19 के लिए वैश्विक आपातकालीन स्थिति समाप्त कर दी.