India Evacuate People under Operation Kaveri: अफीकी देश सूडान में सत्ता पाने की होड़ में भीषण गृह यूद्ध छिड़ा हुआ है, ऐसे में वहा पर जारी लड़ाई में अब तक सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवा दी है. इस बीच अब सूडान में दो युद्धरत गुटों ने तकरीबन 72 घंटे के युद्धविराम पर सहमति बनाई है, जिससे फलस्वरूप दूसरे देशों की सरकारें अपने नागरिकों को सूडान से निकाल रही हैं.
भारत ने ऑपरेशन कावेरी के तहत अपने नागरिकों को सूडान से निकालना शुरू किया है. भारतीय वायु सेना ने वहां फंसे लगभग 250 भारतीयों के एक और दल को सफलतापूर्वक दो IAF C-130 J विमानों की मदद से निकाल लिया है. इसके बाद सूडान से आए भारतीयों ने अपनी आपबीती सुनाई है.
भारतीयों नागरिको ने सुनाई आपबीती
सूडान से निकालने के बाद भारतीयों नागरिको ने कहा कि लड़ाई इतनी गंभीर थी कि भोजन की व्यवस्था करना भी काफी कठिन हो गया था. एक ने बताया, “लड़ाई भीषण थी, हम भोजन के लिए संघर्ष कर रहे थे, यह स्थिति 2-3 दिनों तक जारी रही.”
सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच जारी लड़ाई के कारण लोग परेशान हैं. वहां से 72 घंटे के युद्ध विराम के बीच भी हिंसा की खबरें आ रही हैं. सूडान के सेना प्रमुख अब्देल फतह अल-बुरहान और उनके डिप्टी मोहम्मद हमदान डागलो के वफादार दलों के बीच लड़ाई तेज हो गई है, जो अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) की कमान संभालते हैं.
भारतीय नौसेना ने अच्छा व्यवहार किया
एक और भारतीय नागरीक ने अपने बयान में कहा, “रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) का टेंट हमारी कंपनी के पास तय किया गया था. सुबह करीब 9 बजे, सेना हमारी कंपनी में घुसी और हमें लूट लिया गया.” उन्होंने बताया कि उन लोगों ने इन सब को करीब आठ घंटे तक बंधक बनाकर रखा. सभी के सीने पर राइफल रखकर लूट लिया. सूडान से लाए गए भारतीय नागरिक ने कहा, “हम दूतावास के संपर्क में रहे और उन्हें बसों की व्यवस्था करने के लिए कहा, जिसके बाद भारतीय नौसेना आई और हमारे साथ अच्छा व्यवहार किया.”
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सूडानी सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच लड़ाई तेज होने के मद्दनजर सोमवार (24 अप्रैल) को जानकारी दी कि सूडान से नागरिकों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन कावेरी’ के नाम से एक मुहिम चलाई जा रही है, जिसके बाद लगभग 500 भारतीय पोर्ट सूडान पहुंचे.
एस जयशंकर ने एक ट्विटर के जरिए कहा, “सूडान में फंसे हमारे नागरिकों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन कावेरी चल रहा है. लगभग 500 भारतीय पोर्ट सूडान पहुंच गए हैं, उनके रास्ते में और भी हैं. उन्होंने बताया कि भारतीय जहाज और विमान उन्हें घर वापस लाने के लिए तैयार हैं.”
सऊदी अरब, फ्रांस देशों ने भारतीय को निकलने में मदद की
इससे पहले, भारत में फ्रांस दूतावास ने सूचित किया था कि उनके देश ने 27 अन्य देशों के नागरिकों के साथ कुछ भारतीयों को हिंसा प्रभावित सूडान से अपने निकासी मिशन के तहत निकाला है. इससे पहले, सऊदी अरब ने कहा कि उसने “भाईचारे और मित्रता” के तहत विदेशी देशों के 66 नागरिकों को निकाला है, जिसमें कुछ भारतीय नागरिक भी शामिल हैं.
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