Solar Eclipse: दीपावली के अगले दिन, मंगलवार 25 अक्टूबर को खंडग्रास यानी आंशिक सूर्य ग्रहण पड़ रहा है. भारत में सूर्य ग्रहण की शुरुआत शाम 4.15 से होगी और इसका मोक्ष यानी समापन 6:15 पर होगा. हालांकि, जिन जगहों पर सूर्यास्त पहले होगा, वहां मोक्ष काल पहले ही खत्म हो जाएगा. प्रयागराज के ग्रह नक्षत्रम् ज्योतिष शोध संस्थान की अध्यक्ष ज्योतिषाचार्य पंडित गुंजन वार्ष्णेय के मुताबिक, इस सूर्य ग्रहण का अलग-अलग राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा.
ज्योतिषाचार्य पंडित गुंजन वार्ष्णेय के अनुसार, वृष, सिंह, धनु और मकर राशि वालों के लिए यह सूर्य ग्रहण शुभ माना जा रहा है. वहीं, मेष, कुंभ और मिथुन राशि वालों के लिए यह मिश्रित रहेगा. इसके अलावा, बाकी बची 5 राशियों कर्क, कन्या, तुला, वृश्चिक और मीन राशि वालों पर इस ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. बताया जा रहा है कि इन 5 राशियों के जातकों को विशेष सावधानी बरतनी होगी.
यह भी पढ़ें: UP Diwali Puja Muhurat: दीपावली पर आज मां लक्ष्मी और गणेश की होगी पूजा, जानें- शुभ मुहूर्त का समय
ग्रहण के प्रभाव से बचने के उपाय
गुंजन वार्ष्णेय के मुताबिक, सूर्य ग्रहण के 12 घंटे पहले ही सूतक काल लग जाएगा. इस दौरान मंदिरों के कपाट बंद हो जाएंगे और पूजा अर्चना नहीं की जाएगी. ज्योतिशाचार्य ने बताया कि ग्रहण और सूतक काल के दौरान गंगा और दूसरी पवित्र नदियों में खड़े होकर मंत्रों का जाप करने और स्नान करने से ग्रहण के प्रभाव से बचा जा सकता है.
प्रयागराज में ग्रहण की समय अवधि
पंडित गुंजन वार्ष्णेय ने बताया कि संगम नगरी प्रयागराज में ग्रहण का प्रभाव 44 मिनट तक रहेगा. वहीं, उन्होंने यह भी बताया कि इस बार के सूर्य ग्रहण पर 27 साल बाद ग्रहों और नक्षत्रों का विशेष संयोग बन रहा है.
मान्यता है कि ग्रहण के दिन भोजन या किसी भी खाद्य पदार्थ में तुलसी की पत्ती डाली जानी चाहिए. माना जाता है कि ग्रहण के समय आकाश और ब्रह्माण्ड से नकारात्मक ऊर्जा आती है, जो तुलसी पत्तों के पास आते ही निष्क्रिय हो जाती हैं. ऐसे में जिन खाद्य पदार्थों में तुलसी की पत्ती डाली जाए, उनपर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता. इसलिए वो चीजें शुद्ध रहती हैं. हालांकि, यह याद रहे कि ग्रहण के दौरान तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए, यह अशुभ माना जाता है. इसलिए ग्रहण से पहले ही तुलसी के पत्ते तोड़ कर रख लें.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.