Sharad Pawar On Adani Issue: देश के सबसे वरिष्ठ राजनेताओं में से एक और एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने शुक्रवार को एनडीटीवी पर प्रसारित हुए इंटरव्यू में अडानी को लेकर दिए गए बयान पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, इंटरव्यू अडानी को लेकर नहीं था, वह कई और मुद्दों को लेकर था, जिसमें मुझसे अडानी को लेकर भी सवाल पूछे गए जिनके मैंने जवाब दिए.
शरद पवार ने कहा, एक जमाना ऐसा था जब सत्ताधारी पार्टी की आलोचना करनी होती थी तो हम टाटा-बिड़ला का नाम लेते थे. टाटा का देश में योगदान है. आजकल अंबानी-अडानी का नाम लेते हैं, उनका देश में क्या योगदान है, इस बारे में सोचने की आवश्यकता है.
#WATCH एक जमाना ऐसा था जब सत्ताधारी पार्टी की आलोचना करनी होती थी तो हम टाटा-बिड़ला का नाम लेते थे। टाटा का देश में योगदान है। आजकल अंबानी-अडानी का नाम लेते हैं, उनका देश में क्या योगदान है, इस बारे में सोचने की आवश्यकता है: अडानी मुद्दे पर NCP प्रमुख शरद पवार pic.twitter.com/Xt5De9dpwR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 8, 2023
जेपीसी की मांग से क्यों किया इंकार?
शरद पवार ने बताया, आखिर उन्होंने जेपीसी जांच की मांग को क्यों ठुकरा दिया था. उन्होंने कहा, मैंने विपक्षी दलों के साथ हुई बैठक में भी ये बात कही थी कि JPC में 21 में से 15 सदस्य सत्ताधारी पार्टी के होंगे, इसलिए ज्यादातर लोग सत्ताधारी पार्टी के हों तो आखिर वहां देश के सामने सच्चाई कहां तक आ पाएगी. इसलिए मैंने कहा, इसकी जांच सुप्रीम कोर्ट की स्वतंत्र टीम करे.
उन्होंने कहा, जहां तक जांच के संबंध में मेरी राय का सवाल है तो मैंने यही कहा कि जेपीसी की जांच की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि जेपीसी की कोई भी जांच प्रभावी तरीके से नहीं हो सकती क्योंकि जब जेपीसी बनेगी उसमें भाजपा का बहुमत रहेगा और अन्य दलों को अधिकतम एक या दो सदस्यों का ही प्रतिनिधित्व मिल पाएगा और ऐसे में वही निष्कर्ष निकाला जाएगा जो सत्ता पक्ष को चाहिए होगा.