Russia-Ukraine War: यूक्रेन वॉर के बीच तनाव और बढ़ता हुआ दिख रहा है. नाटो सदस्य देश पोलैंड में गिरी रूसी मिसाइल के बाद जंग में नया मोड़ आ सकता है. रूस में बनी मिसाइल से यूक्रेन बॉर्डर के पास पोलैंड में गिरने के चलते 2 लोगों के मारे जाने की खबर है. इस घटना के बाद पोलैंड में सेना हाई अलर्ट पर है. हालांकि, मॉस्को ने इस तरह के किसी भी मिसाइल हमले से इनकार किया है. इस घटना के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने आरोप लगाते हुए कहा कि रूस संघर्ष को बढ़ाना चाहता है.
NATO देश पोलैंड में गिरी रूसी मिसाइल
रूसी सेना ने मंगलवार को यूक्रेन के कई शहरों को टारगेट करके मिसाइल हमला किया. इसमें यूक्रेन की राजधानी कीव, खार्कीव, लीव और पोल्टेवा शहरों पर कई मिसाइलें दागी गईं. एपी समाचार एजेंसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में रूस की कुछ मिसाइलें यूक्रेन बॉर्डर के पास पोलैंड में जा गिरीं, जिससे 2 लोगों की मौत हो गई. पोलैंड की मीडिया के मुताबिक ये मिसाइलें पोलिश गांव प्रोजेवोडो में गिरी हैं.
पोलैंड ने रात में ही बुलाई आपात बैठक
News Reels
पोलैंड के विदेश मंत्रालय ने भी इस खबर की पुष्टि की है. रूसी मिसाइल गिरने के बाद पोलैंड की सरकार ने रात में ही रक्षा परिषद की एक आपात बैठक बुलाई. हालांकि रूस के रक्षा मंत्रालय ने इस घटना से इनकार किया है. रूस की सरकार का कहना है कि ये खबर पूरी तरह से गलत है. रूस ने कहा कि मामले को तूल देने के लिए ऐसी खबरों को फैलाया जा रहा है.
जेलेंस्की ने NATO से एक्शन लेने की मांग की
उधर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने नाटो देशों से रूस पर एक्शन लेने की मांग की है. जेलेंस्की ने कहा कि रूस का आतंक अब सिर्फ हमारे देश की सीमाओं तक सीमित नहीं रहा. उन्होंने कहा कि नाटो देश पर हमला एक गंभीर मामला है. उन्होंने इस मामले पर नाटो से रूस के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की मांग की है. जेलेंस्की ने पोलैंड के राष्ट्रपति एंड्रेज डूडा से बात करके रूसी मिसाइलों से मारे गए पोलिश नागरिकों की मौत पर शोक जताया है. डूडा से बातचीत के बाद जेलेंस्की ने कहा कि हमने उपलब्ध सूचनाओं का आदान-प्रदान किया और सभी तथ्यों को स्पष्ट कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यूक्रेन, पोलैंड, पूरे यूरोप और दुनिया को आतंकवादी रूस से पूरी तरह से बचाना होगा.
बाइडन ने NATO की बुलाई इरजेंसी मीटिंग
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस घटना के बाद NATO के सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ एक इमरजेंसी मीटिंग की. बाइडन ने पोलैंड के राष्ट्रपति एंड्रेज डूडा के साथ फोन पर बात करके पूरी घटना की जानकारी ली. पोलैंड ने भी अनुच्छेद-4 का इस्तेमाल करते हुए नाटो देशों की एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है. बता दें कि नाटो में शामिल सदस्य देश अनुच्छेद-4 का इस्तेमाल करके अपनी सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पर इमरजेंसी मीटिंग बुला सकता है.
ये भी पढ़ें-Russia Ukraine War: रूस ने यूक्रेन में दागी 100 मिसाइलें, कीव में ब्लैकआउट घोषित, स्थिति ‘गंभीर’