Rahul Gandhi Controversial Savarkar Row: महाराष्ट्र (Maharashtra) में स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) के पौत्र रणजीत सावरकर (Ranjit Savarkar), सांसद राहुल शेवाले (Rahul Shewale) और विधायक सदा सरवनकर (Sada Sarvankar) ने कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के खिलाफ चौपाल की. इससे पहले रणजीत सावरकर मुंबई के शिवाजी पार्क पुलिस थाने में राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत भी दर्ज करा चुके हैं. राहुल गांधी पर महाराष्ट्र में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ (Bharat Jodo Yatra) के दौरान विनायक दामोदर सावरकर के खिलाफ विवादित बयान देने का आरोप है.
शनिवार (19 नवंबर) को राहुल गांधी के विरोध में बुलाई गई चौपाल में रणजीत सावरकर ने कहा, ”मुझे दुख होता है कि उद्धव ठाकरे ने किसी भी तरह से जवाब नहीं दिया, न ही नाराजगी जताई. मुझे याद है कि एक बार कांग्रेस के मुखपत्र में वीर सावरकर का अपमान हुआ था, तब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे, मैंने शिकायत की थी लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया था.”
राहुल शेवाले और सदा सरवनकर ने ये कहा
शिंदे गुट से सांसद राहुल शेवाले ने कहा, ”हम ही सच्चे शिवसेना हैं जो बालासाहेब के विचारों पर चल रहे हैं. इसी वजह से हमने उन्हें (उद्धव) छोड़ा था और यह प्रदर्शन कोई चुनावी पहल नहीं है. यह दिल से कर रहे हैं.” विधायक सदा सरवनकर ने कहा, ”जब तक राहुल गांधी माफी नहीं मांगते तब तक यह आंदोलन चलेगा और उन्हें मुंबई में नहीं आने देंगे.”
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पुलिस में दर्ज शिकायत में राहुल गांधी की गिरफ्तारी की मांग की गई है. सावरकर पर राहुल गांधी के बयान को लेकर बीजेपी भी कांग्रेस पर हमलावर है. बीजेपी नेता संबित पात्रा ने निशाना साधते हुए राहुल गांधी की सावरकर पर बयानबाजी को अशोभनीय करार दिया.
राहुल के बयान पर उद्धव गुट का क्या है रुख?
उद्धव ठाकरे गुट के नेता और सांसद संजय राउत यहां तक कह चुके हैं कि सावरकर को लेकर किए जाने वाले बयानों से महाविकास अघाड़ी गठबंधन टूट सकता है. उल्लेखनीय है कि महाविकास अघाड़ी गठबंधन महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 के नतीजे आने के बाद अस्तित्व में आया था, जिसमें शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी शामिल हुई थी.
क्या कहा था राहुल गांधी ने?
गुरुवार (17 नवंबर) को राहुल गांधी ने अपनी पार्टी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान कहा था कि सावरकर ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जेल से छूटने के लिए ब्रिटिश सरकार को माफीनामा लिखा था और 60 रुपये पेंशन लेते रहे थे. राहुल ने एक कागज को सावरकर के पत्र के तौर पर पेश किया था. उन्होंने यह भी कहा था कि महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू और सरदार वल्लभभाई पटेल भी जेल में रहे लेकिन किसी ने अंग्रजों को माफीनामा नहीं लिखा था.
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