Trump Anti-Islamic Post: अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव प्रचार अभियान के दौरान डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस आमने-सामने हैं. इस बीच डोनाल्ड ट्रंप ने इस्लाम विरोधी एक पोस्टर शेयर किया है, जिसके बाद दुनियाभर के मुसलमान इसका विरोध कर रहे हैं. इस मसले को लेकर पाकिस्तानी एक्सपर्ट कमर चीमा ने भी बात की है. उन्होंने कहा कि इस तरह के विदेशी बयानों पर पाकिस्तानी इस्लामिस्ट लीडरों को बहुत सावधान रहने की जरूरत है.
कमर चीमा ने कहा कि नीदरलैंड में भी चुनाव प्रचार अभियान के दौरान वहां के नेता ग्रीट विल्डर्स ने इसी तरह के बयान दिए थे. कमर चीमा ने कहा कि ग्रीट विल्डर्स खुलेआम मुसलमानों के विरोध में बयान देते हैं, इसके बदौलत उन्होंने नीदरलैंड के चुनाव में कई सीटें भी जीती, लेकिन वे प्रधानमंत्री नहीं बन सके. अब इसी तरह का पोस्टर डोनाल्ड ट्रंप ने शेयर किया है, जिसमें कहा है गया है कि अगर कमला हैरिस की जीत हुई तो मुसलमान अमेरिकी झंडे को जलाते नजर आएंगे. कमर चीमा ने कहा कि ट्रंप के पोस्टर में पाकिस्तानी इस्लामिस्टों को दिखाने का प्रयास किया गया है.
ट्रंप के पोस्टर पर क्या बोले कमर चीमा?
चीमा ने कहा कि पाकिस्तान में एक इस्लामिस्ट हैं साद हसन रिजवी जो तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के प्रमुख हैं. दूसरे जिलानी साहब हैं जो इस तरह के बयानों पर खुला चैलेंज देने का प्रयास करते हैं. उन्होंने कहा कि इन पाकिस्तानी नेताओं के ऊपर यूरोप में मुकदमें भी दर्ज किए गए हैं. कमर चीमा ने कहा कि पश्चिमी देशों से अगर इस तरह के बयान बार-बार आ रहे हैं तो यह गंभीर विषय है पाकिस्तान के इस्लामिस्ट लीडरों को इसके बारे में सोचना चाहिए.
यूरोपीय देशों में मुसलमानों पर लग सकता है बैन
कमर चीमा ने कहा कि यदि पाकिस्तान के इस्लामिस्ट भड़ाकाऊ बयान देते हैं और यूरोप में कोई पाकिस्तानी युवक हिंसा करता है तो इसका असर पूरे इस्लाम पर पड़ता है. उन्होंने कहा कि इस तरह के बयानों पर डिबेट करने की जरूरत है. इसपर भड़काऊ बयानबाजी से मामला बिगड़ सकता है. चीमा ने कहा कि अगर ऐसे ही होता रहा तो यूरोपीय कंट्री मुसलमानों और पाकिस्तानियों को अपने देश में आने पर प्रतिबंध लगा सकते हैं. पहले से ही इन देशों में इस्लाम के खिलाफ काफी संगठित लोग हैं.