Omar Abdullah On DMK: जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने डीएमके के नेता की टिप्पणी पर नाराजगी जताई है. तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि (RN Ravi) के खिलाफ सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) के एक नेता के बयान पर उमर अब्दुल्ला ने शनिवार (14 जनवरी) को कहा कि, “हमें द्रमुक के दोस्तों से ऐसी टिप्पणी की उम्मीद नहीं थी.”
तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि के खिलाफ डीएमके नेता शिवाजी कृष्णमूर्ति की टिप्पणी को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. बीजेपी और राजभवन ने उनके खिलाफ थाने में शिकायत भी दी है. कृष्णमूर्ति ने शुक्रवार (13 जनवरी) को एक सभा को संबोधित करते हुए राज्यपाल रवि के लिए विवादित बयान दिया था. डीएमके ने उन्हें शनिवार (14 जनवरी) को पार्टी से निलंबित भी कर दिया है.
डीएमके नेता ने क्या कहा?
कृष्णमूर्ति ने कहा था, “अगर राज्यपाल विधानसभा में अपने भाषण में आंबेडकर का नाम लेने से इनकार करते हैं, तो क्या मुझे उन पर हमला करने का अधिकार नहीं है? अगर आप (राज्यपाल) तमिलनाडु सरकार की ओर से दिए गए भाषण को नहीं पढ़ते हैं तो कश्मीर जाइए, हम आतंकवादी भेजेंगे ताकि वे आपको गोली मार दें.”
उमर अब्दुल्ला ने जताई नाराजगी
उमर अब्दुल्ला ने कृष्णमूर्ति के बयान को ‘खतरा’ और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली पार्टी को ‘दोस्त’ बताया. डीएमके नेता के बयान पर नाराजगी जताते हुए उमर अब्दुल्ला ने ट्विटर पर लिखा कि, “हम द्रमुक के अपने दोस्तों से कश्मीर जाने की धमकी की उम्मीद नहीं करते हैं.”
कृष्णमूर्ति के खिलाफ दी गई शिकायतें
तमिलनाडु में राजभवन और भारतीय जनता पार्टी, दोनों ने कृष्णमूर्ति के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए पुलिस में अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराई हैं. डीएमके (DMK) के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार राज्यपाल के हालिया बयान के बाद नाराज है. राज्यपाल ने कहा था कि राज्य को ‘तमिझगम’ कहा जाना चाहिए, न कि ‘तमिलनाडु’.
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