World Heritage Week: विश्व धरोहर सप्ताह की शुरुआत के दौरान 19 से 25 नवंबर के दौरान ताजमहल समेत सभी पुरातात्विक महत्व के स्मारकों में एंट्री के लिए पैसे नहीं देने होंगे. हालांकि, ताजमहल के मुख्य मकबरे तक जाने के लिए टिकट लेना होगा. आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) ने शुक्रवार (18 नवंबर) को ट्वीट करके ये जानकारी दी.
एएसआई ने ट्वीट के साथ आदेश की रिपोर्ट भी जारी की. ये मामला डीजी के अप्रूवल से जारी किया गया है. एएसआई के डायरेक्टर डॉ. एन.के. ने बताया कि वैश्विक स्तर पर धरोहरों के संरक्षण के लिए यूनेस्को की ओर से हर साल 19 से 25 नवंबर के बीच विश्व धरोहर सप्ताह हर देश में मनाया जाता है.
200 रुपये का अतिरिक्त टिकट लगेगा
वर्ल्ड हेरिटेज वीक के तहत 19 नवंबर को आगरा में विश्व प्रसिद्ध ताजमहल, आगरा किला सहित कई प्राचीन इमारतों और स्मारकों में पर्यटकों को नि:शुल्क प्रवेश दिया जाएगा. अधीक्षण पुरातत्वविद् डॉ. राजकुमार पटेल ने बताया कि 19 नवंबर को ताजमहल में केवल प्रवेश नि:शुल्क होगा यानी 50 रुपये का प्रवेश टिकट नहीं खरीदना होगा. हालांकि, इमारत के मुख्य गुंबद तक जाने के लिए 200 रुपये का अतिरिक्त टिकट खरीदना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि ये निर्णय भीड़ नियंत्रण के लिए लिया गया है.
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“Entry will be free for all at Archaeological Survey of India monuments on 19 Nov to mark commencement of World Heritage Week,” tweets Archaeological Survey of India pic.twitter.com/77smyCl9tC
— ANI (@ANI) November 18, 2022
वर्ल्ड हेरिटेज वीक मनाने का उद्देश्य
यूनेस्को के तरफ से हर साल मनाने का उद्देश्य , हमारी विरासत में मिली धरोहर के बारे में जानना और उस को सुरक्षित रखने के लिए प्रयास करना है. एक शिक्षित और जागरूक नागरिक होने के नाते हम सबका ये मौलिक अधिकार है. हम अपने देश की धरोहर का सम्मान करें और उसके संरक्षण और सुरक्षा में होने वाले प्रयासों में अपना भी योगदान दें.
इस साप्ताहिक कार्यक्रम के तरफ से विश्व के ऐसे स्थलों को चयनित और संरक्षित किया जाता है जो वैश्विक संस्कृति के दृष्टिकोण से मानवता के लिए काफी महत्वपूर्ण है. कभी कभी किसी विशेष परिस्थिति में ऐसे स्थलों के रखरखाव के लिए विश्व विरासत समिति के तरफ से आर्थिक सहायता भी दी जाती है. वैश्विक स्तर पर अगर आंकड़ों का मिलान किया जाये तो अब तक 1121 जगहों पर स्थित स्थलों को विश्व विरासत स्थल घोषित किया जा चुका है जिसमे सांस्कृतिक , प्राकृतिक तथा अन्य मिले जुले स्थल हैं.