Gadchiroli Maharashtra: महाराष्ट्र के गडचिरोली जिले के गर्देवाडा में 8 नवंबर की सुबह एक नक्सली में अपने ही दल के अन्य नक्सल की हत्या कर दी. सूत्रों के मुताबिक नक्सली ने “गर्देवाडा-मर्दकुही के रास्ते पर गर्देवाडा गांव से महज 500 मीटर की दूरी पर इस हत्या तो अंजाम दिया. दिलीप उर्फ नितेश गज्जू हिचामी नाम के सक्रिय नक्सल की गला दबाकर हत्या कर इसका शव जंगल में फेंक दिया गया.
चिट्ठी से जानकारी सामने आई
गडचिरौली पुलिस के मुताबिक मंगलवार सुबह स्थानीय लोगों ने इस बात की जानकारी पुलिस को दी. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और नक्सली का शव अपने कब्जे में ले लिया. नक्सलवादियों ने दिलीप की हत्या कर उसकी छाती पर एक चिट्ठी चिपका दी थी, इसी चिट्ठी की वजह से मृतक नक्सल की जानकारी सामने आई. सूत्रों ने बताया की मृतक नक्सल झुरे गांव का रहने वाला था और दल प्रोफाइल के मुताबिक वो कंपनी 4 के टिपगड LOS में सक्रिय था.
मृतक नक्सल दिलीप हिमाची साल 2012 से ही नक्सली गतिविधियों में सक्रिय था. पुलिस के मुताबिक इसके पहले वो नक्सल कमांडर पवन हिमाची का बॉडीगार्ड हुआ करता था.
News Reels
इतिहास में पहली बार
महाराष्ट्र पुलिस के मुताबिक ऐसा इतिहास में पहली बार देखने मिला है कि एक सक्रिय नक्सल ने अपने साथी की हत्या की हो. नक्सल विरोधी अभियान के डीआईजी संदीप पाटिल ने बताया कि पिछले कुछ समय में हुए एनकाउंटर के बाद नक्सलियों में इसका बहुत प्रभाव हुआ है और अब हालात ऐसे हो गए हैं कि नक्सलियों को ख़ुद के लोगों पर ही विश्वास नहीं है.
नक्सल हिंसा की घटनाओं में 55 प्रतिशत की कमी
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि राष्ट्रीय नीति और कार्य योजना के दृढ़ क्रियान्वयन से आठ साल की अवधि में नक्सलियों द्वारा की गई हिंसक घटनाओं में 55 प्रतिशत और इनसे होने वाली मौतों में 63 प्रतिशत की कमी आई है. गृह मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट 2021-22 के अनुसार 2013 में नक्सली हिंसा की 1,136 घटनाएं हुईं थी जबकि 2021 में ये घटकर 509 रह गईं. इसी तरह नक्सली हमलों में मरने वालों की संख्या में 63 प्रतिशत की कमी आई है, जो 2013 में 397 थी और 2021 में घटकर 147 रह गईं.
यह भी पढ़ें: Gadkari Says Sorry: नितिन गडकरी को खुले मंच से क्यों मांगनी पड़ी जनता से माफी? जानिए वजह