Long Covid: कोविड-19 से संक्रमित होने वाले अधिकतर लोग कुछ ही हफ्तों में रिकवर कर लेते हैं. हालांकि कुछ लोगों में कोरोना के लक्षण संक्रमित होने के काफी समय बाद नजर आते हैं या शुरुआती संक्रमण के बाद लंबे वक्त तक बने रहते हैं. ऐसे ही मामलों को ‘लॉन्ग कोविड’ कहा जाता है. इसपर हालिया समीक्षा से मालूम चलता है कि लॉन्ग कोविड ने पूरी दुनिया में कम से कम 6.5 करोड़ लोगों को अपनी चेपट में लिया है यानी कि कोरोना संक्रमण के लगभग 10 प्रतिशत केस में ऐसा देखा गया है. लॉन्ग कोविड ने सभी उम्र के लोगों को अलग-अलग तरीके से प्रभावित किया है.
‘लॉन्ग कोविड’ के लक्षण
सांस लेने में दिक्कत, थकान और मेमोरी और कॉन्सेंट्रेशन में कठिनाई होना (ब्रेन फॉग) लॉन्ग कोविड के लक्षणों में शामिल हैं. शारीरिक या मानसिक परिश्रम से इसके लक्षण बिगड़ भी सकते हैं. इंफ्लेमेशन वह प्रक्रिया है, जिसके द्वारा इम्यून सिस्टम हमें नुकसानदेह रोगजनकों से बचाता है. ज्यादा इंफ्लेमेशन भी हानिकारक साबित हो सकता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि लॉन्ग कोविड से संबंधित कई लक्षण पुराने इंफ्लेमेशन से पैदा होते हैं.
जैसा कि हम जानते हैं कि कुछ फूड आइटम्स इंफ्लेमेशन को बढ़ावा देने का काम कर सकते हैं. हालांकि अध्ययनों से यह मालूम चलता है कि कुछ फूड आइटम्स के कंपोनेंट्स में एंटी-इंफ्लेमेट्री इफेक्ट हो सकते हैं. यही वजह है कि एंटी इंफ्लेमेट्री फूड आइटम्स में शामिल उन आहारों से बचना चाहिए, जो इंफ्लेमेशन को बढ़ा सकते हैं, जैसे- तला हुआ खाना, चीनी, प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट, रेड और प्रोसेस्ड मीट और चरबी आदि.
मेडिटेरेनियन डाइट क्या है?
इंफ्लेमेशन को कम करने के लिए जैतून का तेल, टमाटर, हरी पत्तेदार सब्जियां, वसायुक्त मछली, सूखे मेवे, स्ट्रॉबेरी और ब्लूबेरी जैसे फलों पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है. ये फूड आइटम्स हाई एंटीऑक्सिडेंट और कंपाउंड वाले होते हैं, जो इंफ्लेमेशन से बचाने में सहायता करते हैं. अगर आप ऐसे भोजन की तलाश में जुटे हैं, जो एंटी इंफ्लेमेट्री खाने के सिद्धांतों का पालन करता है, तो मेडिटेरेनियन डाइट पर विचार कर सकते हैं.
इस डाइट का पालन करने का मतलब है ज्यादा फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, मेवे, मछली और हेल्दी ऑयल का सेवन करना. ये सभी विटामिन, मिनरल्स और फाइबर से भरपूर होते हैं. इनका आंतों पर एंटी इंफ्लेमेट्री प्रभाव होता है. रिसर्चर्स ने संकेत दिए हैं कि मेडिटेरेनियन डाइट शॉर्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म कोविड इफेक्ट को कम करने में प्रभावी साबित हो सकता है.
प्लांट बेस्ड डाइट
प्लांट बेस्ड डाइट एक शाकाहारी डाइट है. ये डाइट इंफ्लेमेशन को कंट्रोल करने के लिए फायदेमंद होते हैं. इसके अलावा, इम्यून प्रोसेस में जरूरी बदलाव भी ला सकते हैं. लॉन्ग कोविड से पीड़ित कुछ लोगों ने प्लांट बेस्ड डाइट के फायदों के बारे में बताया है. हालांकि लॉन्ग कोविड के लक्षणों को कम करने के लिए इसकी जरूरत को अभी तक क्लिनिकल टेस्ट द्वारा प्रमाणित नहीं किया गया है.
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