Kanjhawala Accident: नए साल की रात दिल्ली के सुल्तानपुरी के कंझावला इलाके में कार से घिसटकर एक युवती की दर्दनाक मौत हो गई. इस मामले में हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. मृतका की दोस्त और घटना के वक्त की चश्मदीद गवाह निधि ने बताया था कि उस रात अंजलि बहुत ज्यादा नशे की हालत में थी. उसने बताया था कि नशे में होने के कारण वह अंजलि को स्कूटी चलाने के लिए मना कर रही थी, लेकिन अंजलि ने उसे स्कूटी नहीं चलाने दी.
अंजलि की दोस्त निधि ने पुलिस को मामले से जुड़ी हर बात बता दी, लेकिन उसने अपने बारे में नहीं बताया. होटल स्टाफ से मिली जानकारी के मुताबिक, निधी ने भी उस रात शराब पी रखी थी. होटल स्टाफ ने कहा कि उस रात दोनों लड़कियों ने शराब पी थी और दोनों बहुत ज्यादा नशे मे थीं.
निधि ने पुलिस को दी थी ये जानकारी
निधि ने पुलिस को घटना के बारे में बताते हुए कहा था कि गाड़ी अंजलि को घसीटते हुए ले गई. उसने बताया था कि इसे देखकर वह डर गई थी, जिसकी वजह से वह अपने घर चली गई और किसी को कुछ भी नहीं बताया. निधि ने यह भी कहा था कि कार में सवार लोगों को पता था कि उनकी गाड़ी के नीचे महिला फंसी हुई है.
दो छोटे भाइयों ने दी मुखाग्नि
अंजली का मंगलवार (3 जनवरी) शाम को शिवपुरी मुक्तिधाम श्मशान भूमि में अंतिम संस्कार किया गया. कथित तौर पर रविवार तड़के करीब 12 किलोमीटर तक कार से घसिटने के चलते 20 वर्षीय अंजलि की दर्दनाक मौत हो गई थी.
पीड़ित के घर से श्मशान घाट तक पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 1,000 से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया था. पीड़िता को उसके दो छोटे भाइयों ने मुखाग्नि दी. जिस एंबुलेंस में मृतका के शव को अंतिम यात्रा के लिए ले जाया गया था, उसके साथ 50 से ज्यादा पुलिस वाहन थे. परिवार के सदस्यों के अलावा किसी को भी श्मशान घाट में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई थी. बड़ी संख्या में लोग श्मशान घाट के बाहर जमा थे. पुलिस के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए लोग ‘जस्टिस फॉर अंजली’ के नारे लगा रहे थे और हाथों में स्लोगन वाली तख्तियां और मृतका की तस्वीरें लिए हुए थे.