Israel Hamas War Iran Warn: ईरान (Iran) के विदेश मंत्री होसैन अमीराबदोल्लाहियान ने फिलिस्तीनियों के खिलाफ आक्रामकता को खत्म करने में विफल रहने पर इजरायल को चेतावनी दी है. होसैन अमीराबदोल्लाहियान ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के हमास को खत्म करने की घोषणा के बाद कहा कि अगर आक्रमण नहीं रुकते है तो क्षेत्र के पास मौजूद सभी दल के साथ युद्ध बढ़ सकता है.
फ़ार्स समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक होसैन अमीराबदोल्लाहियन ने कतर में हमास नेता इस्माइल हानियेह से मुलाकात के बाद इजरायल को चेतावनी देते हुए युद्ध बढ़ने की आशंका जताई. इसके अलावा उन्होंने हमास समूह के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हमास को सहयोग जारी रखने पर सहमति व्यक्त की.
इमैनुएल मैक्रॉन के साथ फोन कॉल
इससे पहले ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने अपने समकक्ष इमैनुएल मैक्रॉन के साथ एक फोन कॉल में फ्रांस से फलस्तीनियों के उत्पीड़न को रोकने में मदद करने का आग्रह किया था. इब्राहिम रायसी ने इजरायल का जिक्र करते हुए कहा था कि अगर ज़ायोनी शासन ने लोगों की हत्या और गाजा की नाकाबंदी सहित अन्य अपराधों को नहीं रोका तो स्थिति और जटिल हो सकती है. आपको बता दें कि इजरायल ने गाजा पट्टी में रहने वाले फलस्तीनियों को इलाके को खाली करने का आदेश दे दिया है.
इस इलाके में रहने वाले 2.3 मिलियन नागरिकों को भोजन, पानी और सुरक्षा के लिए एक गहरे संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है. गाजा पट्टी को खाली कराने के आदेश के तहत इजरायली सेना ने कहा कि वो कई घंटों तक दक्षिण गाजा में एक स्पेशल जगह को निशाना नहीं बनाएगी, जहां से फलस्तीनी लोग आराम से बाहर निकल सकें.
इजरायल-फलस्तीन के मरने वालों की संख्या
आपको बता दें कि 7 अक्टूबर को शुरू हुए युद्ध के बाद इजरायल और फलस्तीन के हजारों लोगों की जान चली गई है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक इजरायल में मरने वालों की संख्या 1400 है, जिनमें से सैनिकों की संख्या 286 है और 3,227 लोग घायल है वहीं अगर फलस्तीन की बात करें तो उनके हालत और भी बदतर है. ताजा जानकारी के मुताबिक इजरायल के हवाई हमले में फलस्तीन के 2670 लोगों की मौत हो गई और 9714 लोग घायल है.
यूरोप भर में फलस्तीनियों के समर्थन में प्रदर्शन
CNN की रिपोर्ट के अनुसार इस सप्ताह के अंत में यूरोप भर में फलस्तीनियों के समर्थन में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए. जैसे-जैसे संघर्ष आगे बढ़ रहा है, दुनिया भर में इजरायल और फलस्तीनियों दोनों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन देखे जा रहे हैं, जिनमें से कुछ में हिंसक झड़पें हुईं.