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INS Ajay: भारतीय नौसेना ने अपने सबसे अच्छे युद्ध पोतों में से एक आईएनएस अजय (INS Ajay) को रिटायर कर दिया है. आईएनएस अजय ने 32 सालों तक शानदार सेवा दी. सोमवार को सेवामुक्त से जुड़े समारोह को पारंपरिक तरीके से मुंबई के नेवल डॉकयार्ड में आयोजित किया गया. इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज, नौसैनिक पताका और जहाज के डिमोशनिंग पेनेंट को आखिरी बार सूर्यास्त के समय उतारा गया. ये जहाज की कमीशन सेवा के अंत का प्रतीक है.
आईएनएस अजय को 24 जनवरी 1990 को उस वक्त के (USSR) में पोटी, जॉर्जिया में कमीशन किया गया था और फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग, महाराष्ट्र नेवल एरिया के संचालन नियंत्रण के तहत 23वें पैट्रोल वेसल स्क्वाड्रन का हिस्सा बना था. पोत को पश्चिमी नौसेना कमान के तहत भारतीय नौसेना के पनडुब्बी रोधी युद्धपोत के रूप में वर्गीकृत किया गया था.
क्या थी INS Ajay की खूबियां
INS Ajay लंबी दूरी के टॉरपीडो और पनडुब्बी रोधी रॉकेटों जैसे हथियारों से लैस था. जिसकी मारक क्षमता बहुत ही अच्छी थी. इसकी लम्बाई 183 फीट थी और ये पानी में 54 किलोमीटर की गति से चलने की क्षमता थी. INS Ajay की सबसे खास बात यह थी कि ये आजाद भारत की पहली वार शीप थी.
कई महत्वपूर्ण ऑपरेशन में देश की सेवा की
जहाज 32 से अधिक सालों से सक्रिय नौसैनिक सेवा में था. अपनी शानदार यात्रा के दौरान, उसने कारगिल युद्ध के ऑपरेशन तलवार और 2001 में ऑपरेशन पराक्रम सहित कई नौसैनिक अभियानों में भाग लिया था. किसी भी दुस्साहस के खिलाफ देश की रक्षा के लिए 2017 में उरी हमले के बाद जहाज को फिर से समुद्री सीमा की सुरक्षा के लिए तैनात कर दिया गया था.
कौन रहे समारोह में मौजूद?
वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, पश्चिमी नौसेना कमान समारोह के मुख्य अतिथि थे. जहाज के पहले कमांडिंग ऑफिसर वाइस एडमिरल एजी थपलियाल एवीएसएम बार (सेवानिवृत्त) विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे.
इस समारोह में 400 से अधिक कर्मियों ने भाग लिया जिनमें फ्लैग ऑफिसर, सेना, आईएएफ और सीजी के वरिष्ठ अधिकारी, कमीशनिंग क्रू के अधिकारी और पुरुष, पिछले कमीशन के चालक दल के साथ-साथ जहाजों के चालक दल और परिवार मौजूद थे.मुख्य अतिथि ने समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए पोत द्वारा प्रदान की गई अमूल्य सेवा पर प्रकाश भी डाला.
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