Jammu Region Indian Army Youth Outreach Programme: भारतीय सेना और पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के जम्मू रीजन की चिनाब घाटी में युवाओं तक पहुंच के लिए बड़े पैमाने पर यूथ आउटरीच कार्यक्रम (Youth Outreach Programme) शुरू किया है. सुरक्षा अधिकारियों ने शुक्रवार (14 अप्रैल) को बताया कि जम्मू क्षेत्र में नए रंगरूटों की तलाश और आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के पाकिस्तान के आतंकवादी नेताओं की लगातार कोशिशों जारी है. इसे देखते हुए उन्होंने जवाबी रणनीति के तहत ये कार्यक्रम शुरू किया है.
सुरक्षा एजेंसियों से मिला था इशारा
अधिकारियों ने आगे कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने चिनाब घाटी (Chenab Valley) बनाने वाले तीन जिलों डोडा, किश्तवाड़ और रामबन में युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के लिए आतंकवादी आकाओं की अपनाई जा रही एक नई रणनीति की तरफ इशारा किया था. इसके बाद ही आउटरीच कार्यक्रम तैयार किया गया.
उन्होंने कहना था कि बीते कुछ महीनों में, आतंकी कमांडरों के साथ सीमा पार फोन कॉल में तेजी देखी गई है. दरअसल अधिकतर स्थानीय लोग जो कुछ समय पहले सीमा पार भाग गए थे वो अब भोले-भाले युवाओं को फंसाने के लिए बेताबी से कोशिश कर रहे थे. एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, “तीन जिलों में 80 से अधिक युवाओं को निगरानी में रखा गया है, 60 से पूछताछ की गई और 11 पर गैर-कानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया.”
दे रहे युवाओं को आतंकी रैंकों का लालच
उन्होंने बताया कि युवकों से पूछताछ में पता चला है कि उनमें से अधिकतर के सीमा पार (पाकिस्तान) के रिश्तेदार हैं. अधिकारी ने कहा, “युवाओं को आतंकी रैंकों में शामिल होने के लिए प्रेरित करने के लिए कॉल किए जाते हैं. हम यह पक्का करने के लिए सख्त निगरानी रख रहे हैं कि कोई भी युवा दुष्प्रचार से गुमराह न हो, क्योंकि पाकिस्तान के आतंकवादी समूह अपने कम होते जा रहे समर्थन को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं.”
पिछले एक साल में, सुरक्षाबलों ने जम्मू क्षेत्र में कई आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. इनमें गिरफ्तार किए गए अधिकांश लोग सीमा पार से अपने आकाओं के इशारे पर काम कर रहे थे. ज्यादातर स्थानीय आतंकवादी थे जो वहां से काम कर रहे थे. अधिकारी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के डोडा के 118 आतंकवादी पाकिस्तान और पीओके ( PoK) में हैं. इनमें से 10 सबसे अधिक सक्रिय हैं और युवाओं की भर्ती करके क्षेत्र में आतंकवाद फैलाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं.
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