Delhi Air Pollution: देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (NCR) इस वक्त गैस चैंबर बनी हुई है. दिन में रात जैसा माहौल है और चारों तरफ धुंध छायी हुई है. प्रदूषण (Air Pollution) का स्तर खतरनाक स्तर पर है. लगातार जहरीली होती आबोहवा लोगों को बीमार बना रही है, जिसकी वजह से अस्थमा (Asthma), सांस लेने में तकलीफ और ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. एलएनजेपी (LNJP) के एमडी डॉ सुरेश कुमार (Dr Suresh Kumar) ने कहा कि दिल्ली में बढ़ी हुई पीएम 2.5 उपस्थिति के साथ प्रदूषित हवा प्रभावित लोगों में सांस लेने की समस्याओं को बढ़ा देती है. 10-15 लोग और 2-3 बच्चे हर दिन अस्पताल (Hopital) आ रहे हैं.
पीटीई की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में हर 5 में से 4 परिवारों ने पिछले कुछ हफ्तों में प्रदूषण से संबंधित बीमारियों का सामना करने का दावा किया है. एक नये सर्वेक्षण से यह बात सामने आई है. लोकलसर्किल के इस सर्वे में कुल 19,000 प्रतिभागी शामिल हुए, जिनमें से 18 फीसदी इन बीमारियों को लेकर डॉक्टर से संपर्क तक कर चुके हैं. सर्वेक्षण से यह भी पता चला है कि इसमें शामिल 80 फीसदी परिवारों के कम से कम एक सदस्य को वायु प्रदूषण के कारण श्वास संबंधी किसी न किसी समस्या से जूझना पड़ रहा है.
एक्यूआइ का स्तर 450 के स्तर को पार
वहीं, शनिवार (5 नवंबर) को एक्यूआइ की श्रेणी भी गंभीर से बहुत खराब श्रेणी में आ गई. दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में गंभीर वायु गुणवत्ता के स्तर ने एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के कार्यान्वयन के लिए प्रेरित किया है. एक्यूआइ (AQI) स्तर 450 के स्तर को पार करने के साथ जीआरएपी (GRAP) के स्टेज IV को CAQM द्वारा लागू किया गया है.
दिल्ली परिवहन विभाग ने आदेश जारी किया
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र (NCR) में एक्यूआई (AQI) का स्तर लगातार 500 के स्तर से ऊपर बना हुआ है और कुछ हिस्सों में यह स्तर 562 तक पहुंच गया है. इस क्षेत्र के लोगों ने गंभीर प्रदूषण के स्तर के कारण अपने सामने आने वाली समस्याओं को उजागर करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है. प्रदूषण से निपटने की प्रतिक्रिया में दिल्ली परिवहन विभाग (Delhi Transport Department) ने एक आदेश जारी किया है जिसके अनुसार, दिल्ली एनसीटी में बीएस III और नीचे पेट्रोल वाहनों और बीएस IV और नीचे डीजल वाहनों के इस्तेमाल पर 20,000 रुपये का भारी जुर्माना लगाया जाएगा.
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