अबॉर्शन के बाद महिला के शरीर और मन पर कई तरह के असर होते है. यह एक संवेदनशील समय होता है, जब महिला को शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की देखभाल की जरूरत होती है. इस दौरान कई लक्षण दिखाई दे देते हैं. जिनके बारे में जानना और समझना बहुत जरूरी है. आज हम जानेंगे कि अबॉर्शन के बाद कौन-कौन से लक्षण दिख सकते हैं और इनसे कैसे निपटा जा सकता है..
शारीरिक असर
- थकान: अबॉर्शन के बाद कुछ दिन तक थकान महसूस हो सकती है. शरीर को आराम की जरूरत होती है.
- ब्लीडिंग: अबॉर्शन के बाद कुछ समय तक हल्की या मध्यम ब्लीडिंग हो सकती है. यह सामान्य है, लेकिन अगर ब्लीडिंग बहुत ज्यादा हो, तो डॉक्टर से संपर्क करें.
- पेट दर्द: पेट के निचले हिस्से में हल्का दर्द या ऐंठन हो सकती है. इसके लिए गर्म पानी की बोतल का इस्तेमाल कर सकते हैं.
- बुखार: हल्का बुखार हो सकता है, लेकिन अगर तेज बुखार हो, तो यह संक्रमण का संकेत हो सकता है. ऐसे में डॉक्टर से सलाह लें.
- ब्रेस्ट में बदलाव: ब्रेस्ट थोड़े समय के लिए नर्म या संवेदनशील हो सकते हैं.
मानसिक असर
- भावनात्मक उतार-चढ़ाव: अबॉर्शन के बाद महिलाओं को भावनात्मक रूप से उतार-चढ़ाव महसूस हो सकता है. उदासी, गुस्सा, और निराशा जैसी भावनाएं आ सकती हैं.
- तनाव और चिंता: कुछ महिलाएं तनाव और चिंता का अनुभव कर सकती हैं. यह सामान्य है, लेकिन अगर यह ज्यादा समय तक रहे, तो किसी काउंसलर से बात करें.
- अपराधबोध: कुछ महिलाएं अबॉर्शन के बाद अपराधबोध महसूस कर सकती हैं. इसके बारे में किसी दोस्त, परिवार के सदस्य या काउंसलर से बात करें.
हेल्थ का ध्यान कैसे रखें?
- भरपूर आराम करें: अबॉर्शन के बाद कुछ दिनों तक पूरा आराम करें. इससे शरीर को ठीक होने में मदद मिलती है.
- बैलेंस डाइट लें: पौष्टिक खाना खाएं जिसमें फल, सब्जियां, प्रोटीन और फाइबर शामिल हों. इससे शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं.
- खूब पानी पिएं: दिनभर में पर्याप्त पानी पिएं. यह शरीर को हाइड्रेटेड रखता है और रिकवरी में मदद करता है.
- हल्की एक्सरसाइज करें: कुछ दिनों बाद हल्की एक्सरसाइज जैसे टहलना शुरू करें. इससे शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है.
- भावनात्मक समर्थन लें: अपने भावनाओं को दोस्तों, परिवार या किसी काउंसलर से साझा करें. यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है.
- डॉक्टर की सलाह लें: किसी भी तरह की परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उनकी सलाह का पालन करें.
- हाइजीन का ध्यान रखें: अपने निजी अंगों की सफाई का खास ख्याल रखें. संक्रमण से बचने के लिए हाइजीन बहुत जरूरी है.
- धूम्रपान और शराब से बचें: इनसे शरीर की रिकवरी धीमी हो सकती है और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
- दवाइयां समय पर लें: डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयां समय पर लें. इससे संक्रमण और दर्द से बचा जा सकता है.
- आरामदायक माहौल बनाएं: खुद को आरामदायक माहौल में रखें. पॉजिटिव माहौल में रहने से मानसिक और शारीरिक सेहत में सुधार होता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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