H5N1 Virus: दुनिया अभी कोरानावायरस महामारी के भयानक दौर से अभी पूरी तरह से बाहर नहीं निकली. इस बीच अब कोविड-19 से भी घातक बीमारी H5N1 यानी बर्ड फ्लू महामारी के फैलने की संभावना जताई जा रही है. H5N1 का नया स्ट्रेन खासतौर से गंभीर खतरा पैदा कर सकता है. व्हाइट हाउस ने भी इसके प्रसार को लेकर चिंता जाहिर की है. वायरस शोधकर्ताओं ने संकेत दिये हैं कि H5N1 एक वैश्विक महामारी को ट्रिगर करने को ‘खतरनाक’ तरीके से करीब पहुंच रहा है.
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, एक्सपर्ट का मानना है कि बर्ड फ्लू महामारी के खतरे के फैलने की संभावना तेजी से बनी हुई है. विशेषज्ञों का कहना है कि H5N1 वायरस कोविड-19 संकट से कहीं ज्यादा विनाशकारी हो सकता है. व्हाइट हाउस का कहना है कि वो इसकी सक्रियता की स्थिति पर पूरी निगरानी बनाए हुए है. स्वास्थ्य और सुरक्षा बचाव को लेकर कई बड़े उपाय भी किए जा रहे हैं.
अमेरिका में हाल ही में गाय, बिल्ली और मनुष्यों समेत विभिन्न स्तनधारियों में H5N1 संक्रमण का पता चला है. जानवरों की बजाय इसके लोगों में आसानी से अधिक तेजी के साथ फैसले की संभावनाएं ज्यादा देखी गई हैं. इस तरह की संभावनाएं दुनिया के लिए ही बेहद चिंता का विषय बन गई हैं.
अमेरिका के 6 राज्यों में ज्यादा आए H5N1 के मामले
डेली मेल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस तरह के मामले को तब पता चला है जब अमेरिका के टेक्सास में एक डेयरी फार्म कर्मचारी ने वायरस जांच के लिए टेस्टिंग करवाई थी और उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. रिपोर्ट के हवाले से पता चला है कि अमेरिका के 6 राज्यों में गायों की 12 रेवड़ों के साथ-साथ टेक्सास में 3 बिल्लियों के भी संक्रमित होने की सूचना है जिनकी संक्रमण के चलते मौत हो गई.
जाने माने बर्ड फ्लू शोधकर्ता डॉ. सुरेश कुचिपुड़ी ने चेतावनी दी कि हम H5N1 के कारण होने वाली संभावित महामारी की दहलीज के करीब हैं. उन्होंने इस बात पर बल दिया कि वायरस ने पहले ही मनुष्यों समेत स्तनधारी पशुओं की बड़ी सीरीज को अपनी चपेट में लेने की क्षमता को दिखा दिया. इस वजह से H5N1 नामक इस भयानक महामारी का खतरा मंडराने लगा है.
कोविड से 100 गुना बदतर हो सकते हैं H5N1 से हालात
फार्मास्युटिकल उद्योग के सलाहकार, जॉन फुल्टन ने दावा किया कि इस वायरस के तेजी के साथ फैलने के साथ गंभीर प्रभाव भी देखे जा रहे हैं. फुल्टन ने इस वायरस की उच्च मृत्यु दर होने की संभावना जताई है और इसके कोविड-19 से भी बदतर महामारी होने का दावा भी किया है. फुल्टन का कहना है कि ऐसा प्रतीत होता है कि यह कोविड से 100 गुना बदतर है या यह तब हो सकता है जब इसका तेजी के साथ प्रसार होता है.
2020 के बाद 30 फीसदी संक्रमितों की मौत
विश्व स्वास्थ्य संगठन के 2003 से H5N1 के एकत्र आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो इसका फैटेलिटी रेट यानी मृत्यु दर का अनुमान बेहद ही चौंकाने वाला 52 फीसदी है. वहीं, इसके उलट कोविड -19 की मृत्यु दर की बात करें तो H5N1 के मुकाबले वो काफी कम है. 2020 के बाद के हालिया मामलों से पता चलता है कि H5N1 के नए स्ट्रेन से संक्रमित करीब 30 प्रतिशत व्यक्तियों की मृत्यु हो चुकी हो है.
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