Delhi CM Arvind Kejriwal Meeting: दिल्ली सरकार ने यमुना की सफाई और हर घर को सीवर कनेक्शन से जोड़ने को लेकर मंगलवार (7 फरवरी) को एक समीक्षा बैठक की. मीटिंग में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यमुना की सफाई और ‘हर घर को सीवर कनेक्शन परियोजना’ की कार्य प्रगति की जानकारी ली और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ‘मुख्यमंत्री मुफ्त सीवर कनेक्शन योजना’ के तहत अभी तक सीवर नेटवर्क से जुड़ चुके घरों की जानकारी ली. उसके बाद शेष बचे घरों का स्टेटस जाना. उन्होंने यह भी जाना कि सीवर कनेक्शन देने की प्रक्रिया तय समय सीमा के अंतर्गत चल रही है या नहीं, साथ ही जिन घरों को अभी तक सीवर कनेक्शन नहीं दिया जा सका है, उसके पीछे क्या वजह रही है, ये भी जानने की कोशिश की.
जल बोर्ड ने क्या कहा?
दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि सीवर कनेक्शन देने की योजना निर्धारित टाइम लाइन के अनुसार चल रही है और काफी लक्ष्य हासिल कर लिया गया है. इस दौरान बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में कुल 1799 अनधिकृत कॉलोनियां है, जिनमें करीब 16 लाख 18 हजार 80 घर चिन्हित किए गए हैं. इनमें से अभी तक 3 लाख 40 हजार 720 घरों को सीवर नेटवर्क से जोड़ा जा चुका है और बाकी पर काम चल रहा है.
कब तक मिलेगा सीवर कनेक्शन
अधिकारियों ने बताया कि 747 कॉलोनियां पहले से ही सीवर नेटवर्क से कवर हैं. मुख्यमंत्री मुफ्त सीवर कनेक्शन योजना के तहत 667 कॉलोनियों के 39 हजार 550 घरों में सीवर कनेक्शन दिया जा रहा है, जिनमें से 38 हजार 960 घरों को सीवर कनेक्शन दे दिया गया है और शेष घरों को मार्च तक सीवर कनेक्शन दे दिया जाएगा. 80 कालोनियों में प्रोजेक्ट डिविजन द्वारा सीवर कनेक्शन किए जा रहे हैं. यहां स्थित 98 हजार 665 घरों में से 46 हजार 498 घरों को सीवर कनेक्शन दे दिया गया है.
क्या योजना है?
अधिकारियों ने कहा कि बचे हुए घरों को सितंबर 2023 तक कनेक्शन दे दिया जाएगा. 573 कॉलोनियों में सीवर नेटवर्क का काम चल रहा है. यहां स्थित 7 लाख 77 हजार 151 घरों में से 2 लाख 46 हजार 581 घरों को सीवर नेटवर्क से जोड़ दिया गया है और शेष घरों को दिसंबर 2023 तक सीवर नेटवर्क से जोड़ दिया जाएगा. डीएसटीपी के अंतर्गत 318 कॉलोनियों के 4 लाख 45 हजार घरों को सीवर कनेक्शन दिया जाएगा. डीएसटीपी के लिए जमीन मिलने के 12 महीने के अंदर हर घर को सीवर नेटवर्क से जोड़ दिया जाएगा जबकि 161 कॉलोनियों में कई तकनीकी दिक्कतें है, जिनको दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि दिसंबर 2023 तक 9 लाख 15 हजार 366 घरों को सीवर नेटवर्क से जोड़ दिया जाएगा और शेष घरों को अगले एक साल के अंदर सीवर नेटवर्क से जोड़ने की योजना है.
क्या दावा किया?
सीएम अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों से पूछा कि पूर्वी दिल्ली में अभी तक जिन घरों तक सीवर कनेक्शन नहीं पहुंचा है, उन घरों को कब तक सीवर लाइन से जोड़ दिया जाएगा? डीजेबी के अधिकारियों ने बताया कि इन घरों को मार्च 2023 तक सीवर नेटवर्क से जोड़ दिया जाएगा. जून 2023 तक नार्थ ईस्ट दिल्ली में 100 फीसद घरों को सीवर नेटवर्क से जोड़ दिया जाएगा.
डीजेबी के अधिकारियों ने बताया कि कुछ जगहों पर एसटीपी सीवेज को ट्रीट नहीं कर पा रहे हैं. उस पर काम चल रहा है और जल्द ही इस समस्या का समाधान कर लिया जाएगा. इसके अलावा कई झुग्गियों में छोटी-छोटी गलियां हैं, जहां पर सीवर कनेक्शन देने में थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही कुछ कॉलोनियों में डीएसटीपी भी लगाई जा रही है. झुग्गी क्लस्टर से निकलने वाले सीवेज को टैप करके एसटीपी में ले जाया जाएगा. जहां पर सीवेज को ट्रीट कर के आगे भेजा जाएगा. अधिकारियों ने बताया कि शहादरा ड्रेन की क्षमता बढ़ाने का भी प्लान है. इसके लिए एक नया एसटीपी बनाया जाएगा ताकि जून 2023 के बाद जो गंदा पानी ट्रीट नहीं होगा, उसे नए एसटीपी में ले जाकर ट्रीट किया जाएगा इसमें कुछ समय लगेगा, लेकिन जून 2024 के बाद शहादरा ड्रेन में बिल्कुल भी गंदा पानी नहीं आएगा.
अरविंद केजरीवाल ने क्या कहा?
अधिकारियों ने बताया कि जिन एसटीपी की क्षमता बढ़ाई जा रही है और नए एसटीपी बनाए जा रहे हैं, उनका कमांड एरिया उसके आसपास में ही है. अधिकारियों ने बताया कि जितने पुराने एसटीपी थे, वहां ट्रीट होने के बाद कई जगहों पर पानी की गुणवत्ता का अनुपात 20:30 था तो कुछ जगहों पर 20:50 का अनुपात था. अब इन सभी को अपग्रेड करके पानी की क्वालिटी 10:10 का अनुपात किया जा रहा है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पूरी दिल्ली को सीवर नेटवर्क से जोड़ना हमारी प्राथमिकताओं में शामिल है, ताकि यमुना में जरा भी गंदा पानी गिरने न पाए और यमुना को जल्द से जल्द साफ किया जा सकेय उन्होंने कहा कि हर घर को सीवर कनेक्शन, यमुना सफाई कार्य योजना और हर घर को साफ पानी मुहैया कराने के प्रोजेक्ट्स की अब हर 15 दिन में समीक्षा की जाएगी.
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यमुना सफाई परियोजना के संदर्भ में सीवरेज ढांचे की स्थिति की भी समीक्षा की. दिल्ली में सीवेज का 100 फीसद उपचार सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली सरकार ने सीवेज उपचार क्षमता बढ़ाने को लेकर 4 फोकस क्षेत्रों की पहचान की है. इनमें ओखला, दिल्ली गेट और सोनिया विहार में 3 नए एसटीपी का निर्माण, 40 नए डीएसटीपी का निर्माण, 3 मौजूदा एसटीपी का पुनर्वास और 18 मौजूदा एसटीपी की उन्नयन और क्षमता बढ़ाना शामिल है.
इसके साथ ही दिल्ली के 40 नए डीएसटीपी सीवेज इंफ्रास्ट्रक्चर में 92 एमजीडी की क्षमता जोड़ेंगे. इनमें से 29 डीएसटीपी दिसंबर 2023 तक तैयार हो जाएंगे. तीन एसटीपी के पुनर्वास के माध्यम से दिल्ली सरकार अपने नेटवर्क में 70 एमजीडी की क्षमता जोड़ेगी. कोंडली का 25 एमजीडी क्षमता का फेज-2 जून 2023 तक तैयार हो जाएगा. 40 एमजीडी क्षमता का रिठाला एसटीपी भी जून 2023 तक तैयार हो जाएगा, जबकि फेज दो के यमुना विहार के 5 एमजीडी क्षमता का एसटीपी सितंबर 2023 तक तैयार हो जाएगा.
तेजी से काम हो रहा है
केजरीवाल सरकार पूरी दिल्ली में नालों की टैपिंग पर भी तेजी से काम कर रही है. इस परियोजना में बारापुला नाला, महारानी बाग नाला और मोरी गेट नाला जैसे प्रमुख नालों की टैपिंग के साथ-साथ नजफगढ़, शाहदरा और अन्य बड़े नालों में गिरने वाले दिल्ली के 76 छोटे नालों की टैपिंग भी शामिल है. बारापुला नाला, महारानी बाग नाला और मोरी गेट नाले की टैपिंग में कुल 48.14 एमजीडी सीवेज को नवीनतम मानकों के अनुसार साफ किया जाएगा. 76 छोटे नालों की टैपिंग करके 242 एमजीडी सीवेज को साफ किया जाएगा.