गया: बौद्ध धर्म के अध्यात्मिक तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा (Dalai Lama) बोधगया आ रहे. दलाई लामा के पूरे तीन साल बाद यहां आने की संभावना जताई जा रही. तिब्बत मंदिर के प्रभारी तेनजिन कुंचू ने शुक्रवार को कार्यक्रम से जुड़ी कई जानकारियां दी हैं. तीन सालों से कोविड (Covid 19) के कारण उनका आगमन नहीं हो रहा था. 25 दिसंबर को उनका बोधगया आने का कार्यक्रम है.
दलाई लामा पूरा एक महीना यहां गुजारेंगे. उनका आना बोधगया टूरिज्म के लिए बेहद खास माना जा रहा. उनके आने से एक बार फिर शहर श्रद्धालुओं से गुलजार हो जाएगा. बीते तीन सालों से कोविड और लॉकडाउन के कारण टूरिज्म को काफी नुकसान झेलना पड़ा. दलाई लामा के आने से इसे गति मिल सकेगी. साथ ही पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी.
नए साल के दिन महाबोधि मंदिर में विशेष पूजा करेंगे लामा
तिब्बत मंदिर के प्रभारी तेनजिन कुंचू ने बताया कि अध्यात्मिक धर्मगुरु दलाई लामा 25 दिसंबर को बोधगया प्रवास पर आने की संभावना है. वहीं 29 दिसंबर से लेकर 31 दिसंबर तक कालचक्र मैदान में प्रवचन करेंगे. इसके बाद एक जनवरी 2023 को महाबोधि मंदिर में विशेष पूजा अर्चना कर नववर्ष के आगमन पर केक काटेंगे. उपस्थित बौद्ध भिक्षुओं के द्वारा उनकी दीर्घायु व स्वास्थ्य को लेकर विशेष प्रार्थना की जाएगी.
बढ़-चढ़ कर तैयारियां भारी सुरक्षा बल रहेंगे तैनात
उनके आगमन को लेकर तिब्बती मंदिर में विशेष तैयारियां की जाएंगी. तिब्बती मंदिर, कालचक्र मैदान, महाबोधि मंदिर सहित पुरे बोधगया में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी. वहीं कई जांच व खुफिया एजेंसियों की सतर्कता बढ़ जाएगी. सुरक्षा की बात करें तो दलाई लामा के साथ तिब्बत राष्ट्र की सेना के अधिकारी, जवान व बिहार पुलिस के अधिकारी सहित सैकड़ों जवान की टीमें तैनात होंगी. इसके अलावा बोधगया में चप्पे चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे के साथ पुलिस बल की तैनाती रहेगी.
वीआईपी सुरक्षा के बीच कार्यक्रम
उनकी सुरक्षा इतनी अभेद्य रहती है कि कालचक्र पूजा की मीडिया कवरेज करने के लिए भी तिब्बती प्रशासनिक विभाग के द्वारा सुरक्षा पास निर्गत की जाती हैं. वहीं दलाई लामा से मिलने के वाले बौद्ध भिक्षुओं व वीआईपी को भी कई सुरक्षा के घेरे से होकर गुजरना पड़ता है.
तीन साल कोविड के चलते नुकसान
कोरोना की वजह से बोधगया पर्यटन व्यवसाय पूरी तरह आर्थिक संकट से गुजर रहा. ऐसी संभावना है कि उनके आने से बोधगया पर्यटन पिछले तीन सालों से गुजर रहे आर्थिक संकट से उबरेगा. बोधगया एक बार फिर से विदेशी पर्यटकों से गुलजार होगा.
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