Chinese Tech Hub Shenzhen In Lock Down: अगले महीने यानी अक्टूबर में चीन की राजधानी बीजिंग (Beijing) में 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस होने जा रही है. इसे लेकर चीनी अधिकारी खासे दबाव में हैं. आलम ये है कि यहां के अधिकारियों ने केवल 10 से अधिक कोविड मामलों को लेकर खासा संजीदा रवैया अपनाया है.
देश के टेक हब के तौर पर मशहूर शेनजेन (Shenzhen) में आए इन मामलों को लेकर वहां लॉकडाउन लगा दिया गया है. इसे लेकर वहां के लोग खासे नाराज है. लोग इसका विरोध करने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं. सोशल मीडिया पर भी लोगों के चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों से हाथापाई के वीडियो खासे वायरल हो रहे हैं.
जबरन लॉकडाउन पर बिफरे चीनी
चीनी अधिकारियों के मुट्ठी भर कोविड मामलों (Covid Cases) पर जबरन लॉकडाउन के एलान के बाद दक्षिण चीन का टेक हब शेनजेन सोशल मीडिया (Social Media) प्लेटफॉर्म पर खासा वायरल हो रहा है. वहां की सोशल मीडिया फुटेज में दर्जनों लोग लॉकडाउन के विरोध में प्रदर्शन करते दिख रहे हैं.
18 मिलियन से अधिक लोगों की इस मेगासिटी में मंगलवार को केवल 10 कोविड वायरस संक्रमण के मामले आए थे. इसे लेकर ही चीनी अधिकारियों ने तीन जिलों के निवासियों को घर में रहने का आदेश दे डाला, क्योंकि चीन अपनी सख्त शून्य-कोविड नीति (Zero-Covid Policy) पर कायम है.
यहां से आई एक क्लिप में एक महिला चिल्लाती दिख रही है, “पुलिस लोगों को मार रही है.” एएफपी के मुताबिक फ़ुटियन जिले के नजदीकी इलाकों में शावेई (Shawei) में विरोध प्रदर्शन हुआ. इस शहर के मेट्रो ऑपरेटर ने एक बयान में कहा, ”शावेई के सबवे स्टेशन को सोमवार को रात 10 बजे (1400 जीएमटी) से अगली सूचना तक महामारी की रोकथाम और नियंत्रण की वजह से बंद कर दिया गया.”
इसे लेकर यहां के लोगों में खासी नाराजगी है और लोग इसका विरोध कर रहे हैं. माना जा रहा है कि अगले महीने बीजिंग में होने वाली एक महत्वपूर्ण राजनीतिक बैठक से पहले अधिकारियों पर भी कोविड प्रकोप को जल्दी से खत्म करने का दबाव है.
तीन जिलों में लगा लॉकडाउन
चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने कोराना से प्रभावित लोगों की संख्या के बारे में बगैर कोई जानकारी दिए ही तीन जिलों में लॉकडाउन का एलान कर डाला है. इन तीन जिलों में फ़ुटियन, लुओहू (Luohu) और लोंगगैंग (Longgang) में कम से कम 14 अधिक खतरे वाले इलाके मंगलवार को बंद कर दिए गए हैं.
यहां के निवासियों को घरों में रहने के लिए मजबूर कर दिया गया है. इसके अलावा इन जिलों के नजदीक पड़ने वाले 15 इलाकों को भी को खतरे में आने वाली जगहों में मार्क किया गया है. यहां के लोगों को केवल अपने घर के परिसर के अंदर चलने की मंजूरी दी गई है.
जब हांगकांग भी डरा
शेनजेन चीन का एक बड़ा टेक हब है. इसके पड़ोस से लगता हांगकांग (Hong Kong) हाल ही में सख्त कोविड प्रतिबंधों से उभरा है. यहां सितंबर की शुरुआत में स्कूलों और मनोरंजन की जगहों को हफ्तों के लिए बंद कर दिया था.
इस शहर के लोग केवल रेस्तरां, सार्वजनिक परिवहन, अस्पतालों और सार्वजनिक सेवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं. और वह भी तब जब उनकी 24 घंटे के अंदर पीसीआर कोविड टेस्ट (PCR Covid Test) रिपोर्ट नेगेटिव आई हो. गौरतलब है कि सख्त वायरस कायदों की वजह से इस शहर के एक अहम वित्तीय केंद्र की हैसियत पर खतरा मंडराने लगा था. इस वजह से सोमवार को ही हांगकांग ने सख्त होटेल संगरोध (Quarantine) नियम को खत्म कर दिया.
चीन की जीरो-कोविड रणनीति
चीन विश्व की अकेली प्रमुख अर्थव्यवस्था है जो अभी भी जीरो-कोविड रणनीति पर कायम है. चीन की सीमाएं अभी भी लगभग बंद हैं क्योंकि सबसे पहले यही से वायरस 2019 के आखिर में फैला था. तेजी से लॉकडाउन लगाना, लंबे वक्त तक क्वॉरन्टीन्, बडे पैमाने पर कोविड जांच ने यहां की अर्थव्यवस्था पर दबाव डाला है. इस साल की शुरुआत में ही शंघाई में दो महीने का भयंकर लॉकडाउन लगाया गया था. गौरतलब है कि ये 25 मिलियन लोगों के साथ दुनिया का तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला शहर हैं.
यहां तब खाने की कमी, मेडिकल केयर तक लोगों की पहुंच न होने की वजह से सबसे अधिक मौतें दर्ज की गईं थीं.अगस्त में ही सान्या (Sanya) के रिसॉर्ट शहर में एक कोविड बढ़ने के बाद 80,000 से अधिक पर्यटक यहां फंसे हुए थे. ने मंगलवार को सिर्फ 10 संक्रमणों की सूचना दी, लेकिन अधिकारियों ने अभी भी तीन जिलों के निवासियों को घर में रहने का आदेश दिया है क्योंकि चीन अपनी सख्त शून्य-कोविड नीति पर कायम है. तब पर्यटक स्थानीय नेताओं से मिलने के लिए चिल्लाते हुए सड़कों पर उतर आए थे.
ये भी पढ़ेंः
चीन: कोरोना वायरस के पहले मरीज का इलाज करने वाले वुहान के अस्पताल में पहुंची WHO की टीम
चीन: कोरोना वायरस को हराने वाली एंटी बॉडीज तीन महीने में रह जाती हैं बहुत कम, रिसर्च में हुआ खुलासा