China Covid-19: चीन ने कोरोना महामारी के बीच सोमवार को एक बड़ा फैसला लिया है. दरअसल, चीन के विदेश मंत्रालय ने ऐलान किया है कि अब विदेश से आ रहे यात्रियों को कोविड टेस्ट कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी. समाचार एजेंसी एपी ने अपनी रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की है.
रिपोर्ट के अनुसार, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि ‘देश में आने वाले यात्रियों को अब 30 अगस्त (बुधवार) से कोविड के लिए परीक्षण कराने की आवश्यकता नहीं होगी. बुधवार से देश में आने वाले यात्री बिना किसी टेस्ट के प्रवेश कर सकेंगे. ऐसे में यहां आने वाले यात्रियों को कोविड-19 की निगेटिव रिपोर्ट की आवश्यकता नहीं पड़ेगी.
चीन की अर्थव्यवस्था हुई धीमी
रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को चीनी विदेश मंत्रालय ने माना कि महामारी के कारण अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पड़ा है. कोरोना के प्रतिबंधों के कारण दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था धीमी हुई है. ऐसे में देश में बेरोजगारी और अपराध का ग्राफ बढ़ा है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि अर्थव्यवस्था को पुनः पटरी पर लाने के लिए यह फैसला लिया गया है. ऐसे में चीन आने वाले यात्रियों को कोविड की परीक्षण रिपोर्ट नहीं दिखानी होगी.
मार्च में पर्यटकों को लेकर लिया था फैसला
इससे पहले मार्च में, COVID-19 महामारी फैलने के 3 साल बाद चीन ने पर्यटकों के लिए अपनी सीमाएं खोलने का फैसला किया था. साथ ही सभी के लिए वीजा जारी करने का फैसला किया था. बता दें कि इससे पहले तक चीन ने कोविड- 19 महामारी प्रतिबंधों के कारण वीजा जारी करने पर रोक लगाई गई थी.
चीन हटा चुका है जीरो कोविड पॉलिसी
गौरतलब है कि चीन ने अपनी जीरो कोविड पॉलिसी को दिसंबर में ही हटा लिया था. मीडिया रिपोर्ट की माने तो देश के राष्ट्रपति शी चिंनफिंग ने ऐतिहासिक विरोध प्रदर्शनों को देखने के बाद जीरो कोविड पॉलिसी को अचानक खत्म करने का आदेश दिया था. हालांकि विदेशों से आने वाले यात्रियों के लिए सख्ती जारी थी. लेकिन अब इसको लेकर अब फैसला आया है. बता दें कि मौजूदा समय में चीन आने वाले लोगों को एक सप्ताह के लिए क्वारंटाइन में रहना पड़ता है. मालूम कि चीन ने कोविड-19 महामारी के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बेहद सख्त नियम लागू किए थे.
महामारी पर चीन ने किया था जीत का दावा
बता दें कि पिछले महीने ही चीन ने कोरोना वायरस महामारी पर निर्णायक जीत हासिल करने का दावा किया था. इसके एक महीने बाद चीनी विदेश मंत्रालय की तरह से विदेशी यात्रियों के लिए यह बड़ा फैसला आया है. महामारी पर जीत का दावा करने वाले चीन कहा था कि शून्य-कोविड नीति का पालन कर यह जीत संभव हुई है.
विवादों में रहा चीन
इससे पहले दुनिया भर के कई देशों और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन पर महामारी के दौरान होने वाली मौतों के आंकड़े को छिपाने का आरोप लगाया था. कुछ विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया था की बीते साल चीन में करीब एक मिलियन से अधिक मौतें हुईं.
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