मोदी सरकार पर पी चिदंबरम: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम (P Chidambaram) ने शनिवार (3 जून) को इंडिया टुडे कॉन्क्लेव साउथ 2023 में भाग लेते हुए मोदी सरकार के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. उन्होंने खुले शब्दों में कहा, भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाला केंद्र ‘एक भारत’ की ओर बढ़ रहा है जिसमें प्रमुख सिद्धांत ‘केंद्रवाद’ है. इस मौके चिदंबरम ने राहुल गांधी के दिए मुस्लिम लीग पर बयान और नए संसद भवन के बहिष्कार पर भी खुलकर बात की.
पूर्व वित्त मंत्री चिंदबरम ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी वन इंडिया का एजेंडा लेकर चल रही है. वन नेशन, वन राशन कार्ड, वन पासपोर्ट, वन कल्चर, वन लैंग्वेज को मोटिव बनाया हुआ है जो बिल्कुल सही नहीं है. उन्होंने कहा, ये पूरी तरह केंद्रवाद पर आधारित है जिसमें राज्यों को केंद्र से कम देखा और माना जाता है. चिदंबरम ने अपनी बात पर जोर देते हुए कहा, ये वन इंडिया हमारे यूनाइटेड इंडिया से बिल्कुल अलग है.
राहुल गांधी के मुस्लिम लीग पर बोले चिदंबरम
इस मौके पर चिदंबरम से अमेरिका में राहुल गांधी के उस बयान के बारे में पूछा गया जिसमें उन्होंने मुस्लिम लीग का जिक्र किया था. पूर्व वित्त मंत्री बोले, मैं केरल और तमिलनाडु के मुस्लिम लीग के स्ट्रक्चर को बखूबी जानता हूं. मैं इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के तमिलनाडु के कई नेताओं को जानता हूं जो पूरी तरह सेक्युर है. यहां उन्होंने साफ किया कि उन्हें विदेशों के मुस्लिम लीग की जानकारी नहीं.
नए संसद भवन पर पी. चिदंबरम
वहीं, नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का विपक्ष के बहिष्कार पर चिदंबरम ने कहा, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को इस आयोजन में न्योता नहीं भेजा गया. संविधान में साफ लिखा है कि संसद में राष्ट्रपति और दोनों सदन समाहित हैं तो राष्ट्रपति को न्योता न भेजने की क्या वजह थी?
दिल्ली अध्यादेश विवाद पर चिदंबरम
दिल्ली में केंद्र के लाए गए अध्यादेश पर बोलते हुए चिदंबरन ने कहा, मैं पार्टी मंच पर इस मामले में अपनी राय रख चुका हूं. दिल्ली अध्यादेश विवाद पर अब पार्टी के रुख पर जो फैसला लिया जाएगा वो मैं या और कोई सदस्य नहीं बल्कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे लेंगे.
2000 रुपये के नोटों का चलन से बाहर के निर्णय पर चिदंबरम
इसके अलावा पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने आरबीआई के 2000 रुपये नोटों को चलन से बाहर करने के ऐलान पर बोलते हुए कहा, ये एक बेवकूफी में आकर की गई भूल को सुधारने का सही निर्णय था. इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा, किसी भी सरकार को कोई निर्णय लेने से पहले ये जरूर सोचना चाहिए कि इस गद्दी पर कभी कोई और भी बैठेगा.
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