Bhupendra Patel Profile: गुजरात में 27 वर्षों से कायम बीजेपी की सरकार का दोबारा से राज्य में गठन होने जा रहा है. गुजरात में 156 सीटों के भारी बहुमत से बीजेपी ने अपनी जीत दर्ज कर नया रिकॉर्ड कायम किया है. पाटीदार समुदाय के नेता भूपेंद्र पटेल सोमवार को दोबारा से गुजरात के 18वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे. उन्होंने घाटलोडिया सीट पर 1.92 लाख मतों के अंतर से कांग्रेस के उम्मीदवार को हराया था. मुख्यमंत्री के शपथ समारोह में उनके साथ 20 कैबिनेट मंत्री भी शपथ लेंगे.
बता दें कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शपथ समारोह में मौजूद रहेंगे. इसके अलावा पीएम समेत बीजेपी शासित राज्यों के सीएम भी समारोह में शिरकत करेंगे. भूपेंद्र पटेल एक ऐसे राजनेताओं में शुमार हैं जिनके नाम एक भी क्राइम रिकॉर्ड दर्ज नहीं है. वह अपनी सादगी और मुस्कान के साथ लोगों से रूबरू होते हैं. जानिए ऐसी शख़्सियत से जुड़े रोचक तथ्य जिनके नेतृत्व में बीजेपी ने रिकॉर्ड तोड़ जीत कायम की है.
पटेल ‘दादा’ से जुड़े रोचक तथ्य:
1. भूपेंद्र पटेल ने इंजीनियरिंग से राजनेता बनने का सफर तय किया है. वह अपनी युवावस्था से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हुए थे. साल 1990 में अपनी इंजीनियरिंग का डिप्लोमा पूरा कर बिल्डर बनने के बाद वह राजनीति की ओर रूख कर गए. राजनीति में शामिल होने के बाद से ही वह आनंदीबेन पटेल से जुड़े रहे थे. हालांकि 2017 के विधानसभा के चुनाव लड़ने से पहले ही वह नागरिक राजनीति में सक्रिय रहे हैं. भूपेंद्र पटेल को क्रिकेट और बैडमिंटन का शौक बहुत है.
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2. भूपेंद्र पटेल को बीजेपी का मूक संकटमोचक कहा जाता है क्योंकि उनके अंदर सबके हित को ध्यान में रखते हुए मजबूत और प्रभावशाली निर्णय लेने की तार्किक क्षमता है. पीएम मोदी उन्हें मक्कम (अडिग) और मृदु सीएम कहते हैं. बता दें कि सीएम बनने के बाद उन्होंने एक ही साल के अंदर बिना किसी प्रचार के कई परेशानियों का समाधान कर दिया था.
3.भूपेंद्र पटेल कडवा पाटीदार समाज से आते हैं. वह पाटीदार समुदाय से बनने वाले पांचवां मुख्यमंत्री हैं. बीजेपी का पाटीदार समुदाय पर अच्छा खासा बोलबाला है. भूपेंद्र से पहले बीजेपी ने राज्य को पाटीदार समुदाय से ही चार मुख्यमंत्री दिए हैं जिसमें आनंदीबेन पटेल, केशुभाई पटेल, बाबूभाई पटेल एंड चिमनभाई पटेल शामिल हैं.
4. भूपेंद्र पटेल दादा भगवान के नेतृत्व में शुरू किए गए अक्रम विज्ञान आंदोलन के अनुयायी भी रहे हैं. यह एक धार्मिक आंदोलन है जिसे जैन धर्म से प्रेरणा प्राप्त है. वह इसमें भी सक्रिय रहे हैं. बता दें कि लोग भूपेंद्र पटेल को प्यार से ‘दादा’ कहते हैं.
5. भूपेंद्र पटेल उन गिने-चुने राजनेताओं में से एक हैं, जिन्हें उनके साफ-सुथरे रिकॉर्ड के लिए सराहा जाता है क्योंकि उनके खिलाफ कभी कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं था. बता दें कि राजनीति से पहले उनका कंस्ट्रक्शन का कारोबार है और 2017 में विधायक बनने तक वे अपने साइट ऑफिस से ही काम चलाते थे.
6. भूपेंद्र पटेल 2015 से 2017 तक अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण (एयूडीए) के अध्यक्ष रह चुके हैं. इससे पहले वह 2010 से 2015 तक गुजरात के सबसे बड़े शहरी निकाय अहमदाबाद नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष रहे थे. पटेल को करीब से जानने वाले लोग उन्हें जमीन से जुड़ा नेता बताते हैं, जो लोगों से चेहरे पर मुस्कान के साथ मिलते हैं. इसके अलावा वह AUDA(अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण) के चेयरमैन भी रह चुके हैं.