Kishanrao Karad On Pakistans: अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर पर 9 दिसंबर को भारत और चीन की सेना के बीच हिंसक झड़प हुई. झड़प में दोनों तरफ के कुछ सैनिक घायल हुए. सरकार ने संसद में बताया कि भारतीय सेना ने चीनी सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया है. चीन से गतिरोध जारी ही था कि पाकिस्तान की एक मंत्री ने भारत को परमाणु युद्ध की धमकी दे दी. इसी सबके बीच सोमवार को केंद्रीय मंत्री डॉ. भागवत किशनराव कराड ने महत्वपूर्ण बयान दिया है. उन्होंने कहा है सीमा पर भारतीय सेना पूरी ताकत से लड़ रही है.
भागवत किशनराव कराड ने कहा, “पीएम मोदी के नेतृत्व में हमने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है… उरी हमले के बाद हमारे जांबाज जवानों ने 2015 में सीमा पार सर्जिकल स्ट्राइक की और 2019 में बालाकोट एयरस्ट्राइक की. भारतीय सेना पूरी ताकत से लड़ रही है.”
‘सशस्त्र बलों को किया मजबूत’
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि आतंकवादियों से निपटने के लिए भारत सरकार ने सशस्त्र बलों को मजबूत किया है. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर मोदी सरकार की शून्य सहिष्णुता नीति है. भागवत किशनराव ने यह भी बताया कि आतंकवाद में जून, 2022 तक 265 प्रतिशत की कमी आई है.
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UNSC में भारक ने पाक को लताड़ा
गौरतलब है कि इस समय भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. यूएनएससी में भी भारत ने पाकिस्तान को कई मुद्दों पर जमकर लताड़ लगाई है. यूएनएससी में हुई ‘इंटरनेशन बेइज्जती’ के बाद पाकिस्तान के कई मंत्री बौखला गए हैं. बीते दिनों पाक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने पीएम मोदी को ‘गुजरात का कसाई’ तक कह दिया था.
एस. जयशंकर ने क्या कहा?
बिलावल की विवादित टिप्पणी पर भारत ने विरोध भी दर्ज करवाया. भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बिलावल भुट्टो-जरदारी की टिप्पणी पर सोमवार को कहा कि पाकिस्तानियों से भारत की उम्मीदें कभी भी बहुत अधिक नहीं रही हैं.
‘हमने वही कहा जो हमें कहना था’
इससे पहले, शुक्रवार को विदेश मंत्रालय ने बिलावल की टिप्पणियों को ‘अभद्र’ बताया और कहा कि यह पाकिस्तान के लिए भी ‘और निचले स्तर का’ है. जयशंकर ने ‘इंडिया टुडे’ के एक कार्यक्रम में कहा, “मुझे लगता है कि मेरे मंत्रालय ने बहुत स्पष्ट तौर पर कहा है कि हम उनके (पाकिस्तान के विदेश मंत्री के) बारे में क्या सोचते हैं. हमने वही कहा, जो हमें कहना था.”