Artificial Pregnancy Verity Jones Was Inseminated In England

Artificial Pregnancy Methods: बच्चे को जन्म देना किसी भी मां के लिए एक नेचुरल प्रक्रिया है. आमतौर पर महिला, पुरुष के बीच फिजिकल रिलेशन से ही बच्चे का जन्म होता है. विज्ञान के क्षेत्र में जबतक तरक्की नहीं हुई थी, तब तक बच्चे के जन्म देने की यही प्रक्रिया इकलौती मानी जाती थी. लेकिन जैसे जैसे विज्ञान ने तरक्की के कदम बढ़ाए, जन्म देने की धारणाएं ही बदलने लगीं. सेरोगेसी के रूप में बच्चा दिया जाना, इसी विज्ञान की उन्नति का जीता जागता उदाहरण है. ऐसा ही एक और हेरान करने वाला सामने आया है. महिला ने बच्चे को जन्म देने के लिए सूझबूझ का सहारा लिया

प्रेग्नेंसी के लिए फिजिकल रिलेशन की नहीं पड़ी जरूरत
यह हैरान करने वाला मामला इंग्लैंड के केंट से सामने आया है. इंग्लैंड मीडिया के अनुसार, 35 वर्षीय वेरिटी जोंस मां बनना चाहती थीं. लेकिन इसके लिए उन्हें फिजिकल रिलेशन बनाना मंजूर नहीं था. उन्होंने इसके लिए अलग ही रास्ता चुना. महिला ने ऑनलाइन 2200 रुपये यानि 25 यूरो में स्पर्म किट खरीदी. ऑनलाइन ही स्पर्म डोनर ढूंढा और आर्टिफिशयली गर्भाधान करने का रास्ता चुना. उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया बहुत अधिक कठिन नहीं थी. बस थोड़े बहुत दस्तावेज साइन करने पड़े. उन्होंने एक बेटी को जन्म दिया है. उसका नॉम होली है. 

बेटी को है मां के कदम की जानकारी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महिला की बेटी को इस बात की जानकारी है कि उसकी मां ने गर्भाधान के लिए क्या रास्ता चुना था. वर्ष 2011 में दिसंबर में आर्टिफिशियल तरीके से गर्भवती हो गई थी. बेटी अब काफी बड़ी हो चुकी है. वेरिटी जोंस ने मीडिया को बताया कि ऑनलाइन ही उन्हें स्पर्म डोनर मिल गया था. लेकिन अच्छी बात यह रही कि इसके लिए उन्हें कुछ भी खर्च नहीं करना पड़ा. 

हादसे से टूट गई थी वेरिटी
महिला ने बताया कि जब उनकी उम्र 40 साल की थी तो उस दौरान एक दुर्घटना घटी थी. इस वजह से फिजिकल रिलेशन बनाने से ही तौबा कर ली थी. करीब 11 साल से वह किसी के संपर्क में नहीं है. खुद और अपने परिवार को ही अधिक ध्यान दे रही हैं. 

भारत में सख्त हैं कानून

भारत में कापफी लोग इस तरह की प्रेग्नेंसी कराना चाहते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि आर्टिफिशियली प्रेग्नेंसी देश और विदेशों में आम हैं. इसे बेहद सामान्य नजरों से ही देखा जाता है. पुरुषों में परेशानी होने पर महिलाएं इस रास्ते को आमतौर पर चुनती हैं. भारत में इसको लेकर कानून सख्त हैं. लोगों को सघन पेपर वर्क से होकर गुजरना पड़ता है. 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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By jaghit

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