Akhilesh Yadav Raised Questions On Removal Of Mughals From History Books Minister Gulab Devi Statement Ann | इतिहास की किताबों से मुगलों को हटाए जाने पर अखिलेश यादव ने उठाए सवाल तो शिक्षा मंत्री बोलीं

Mughal History Removed From Syllabus: उत्तर प्रदेश में इतिहास की किताबों से मुगलों को हटाए जाने का मामला बड़ा मुद्दा बन गया है. अब समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इतिहास की किताबों से प्रसिद्ध कवियों की कविताओं को हटाने को लेकर सवाल खड़े किए हैं. हालांकि, इस पर उत्तर प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी की प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने अखिलेश यादव को लेकर कहा कि बिना तथ्य के कोई बात नहीं करनी चाहिए. 

उत्तर प्रदेश के शिक्षा की किताबों की पिछले दिनों जोरों पर चर्चा रही कि इसमें से मुगलों के इतिहास को हटा दिया गया है. मंगलवार (3 अप्रैल) को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्वीट करके बताया कि एनसीईआरटी की किताबों से कई प्रचलित कवियों की कविताओं को हटा दिया गया है. इसके बाद इसको लेकर जोरदार चर्चा छिड़ गई. इन चर्चाओं के बीच यूपी की माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने बेहद आक्रामक प्रतिक्रिया दी है.

शिक्षा विभाग विद्वानों का अखाड़ा

मंत्री गुलाब देवी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विपक्ष को बिना तथ्य के कोई बात नहीं करनी चाहिए. गुलाब देवी ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा विभाग विद्वानों का अखाड़ा है जब तक इसकी चर्चा नहीं होगी कौन जानेगा कि विभाग क्या है और भी दूसरी चर्चाएं की जा रही हैं जिसे लेकर स्पष्ट करने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि हिंदी की पुस्तक उत्तर प्रदेश बोर्ड की तरफ से जाती हैं. हिंदी की पुस्तकों में सिलेबस में किसी भी तरह का कोई परिवर्तन नहीं किया गया है. 

हिंदी में सिलेबस जस का तस रहेगा- मंत्री

एनसीईआरटी के सिलेबस में बदलाव की चर्चा के बीच शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि एनसीईआरटी में किताबें वहां बैठे विशेषज्ञ बनाते हैं. वो परिस्थितियों के हिसाब से बच्चों के व्यक्तित्व के हिसाब से कौन सी चीजें जरूरी हैं उस हिसाब से कंटेंट को जोड़ते और घटाते हैं. उत्तर प्रदेश की भूमिका को स्पष्ट करते हुए शिक्षा मंत्री ने बताया कि हमारी तरफ से कोई चीज नहीं हटाई गई है. कोई परिवर्तन नहीं किया गया है. हिंदी में सिलेबस जस का तस रहेगा.

निराला की रचना को हटाया

गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने मंगलवार तड़के ट्वीट करके कहा कि ‘निराला’ की रचना को NCERT पाठ्यक्रम से हटाया. अखिलेश यादव ने कहा कि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की रचना हटाना आपत्तिजनक है. अखिलेश ने इसको लेकर कहा कि बीजेपी सरकार स्पष्टिकरण दे कवियों की हटाई गई रचनाएं शामिल की जाएं. इससे पहले इतिहास की किताबों से मुगलों का पूरा इतिहास भी हटाने को लेकर चर्चा हुई थी. अब उत्तर प्रदेश की मंत्री ने भूमिका स्पष्ट की है कि उनकी तरफ से किसी भी सिलेबस में परिवर्तन नहीं किया गया हैं. सपा का दावा है कि बीजेपी जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ऐसे प्रयोग करती है.

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By jaghit