Wrestlers Protest Update: देश के नामी पहलवानों का दिल्ली (Delhi) में जंतर-मंतर पर धरना चल रहा है. मंगलवार (25 अप्रैल) को पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिकायत दर्ज न करने समेत कई गंभीर आरोप लगाए. पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और अन्य नेता भी दिल्ली में पहलवानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए.
ओलंपियन पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा, “मुझे नहीं पता पुलिस एफआईआर क्यों नहीं रजिस्टर कर रही है. सुप्रीम कोर्ट पर हमारा विश्वास और बढ़ गया है. सुप्रीम कोर्ट को दिल की गहराइयों से धन्यवाद करते हैं. जो आना चाहे, हमारे मंच पर सबका वेलकम है, चाहें पॉलिटिकल पार्टी हो या कोई और, बीजेपी आना चाहे तो उनका भी वेलकम है.”
“बबीता फोगाट के साइन जबरदस्ती कराए”
उन्होंने कहा, “आप कौन सी व्यवस्था की बात कर रहे हैं? सारी व्यवस्था तो आपने खराब कर रखी है. कानून से बड़ा कुछ नहीं है, ना दिल्ली पुलिस ना कोई और. हमारे साथ पहले जो राजनीति हुई है, हम नहीं चाहते वैसा हमारे साथ दोबारा हो.” वहीं पहलवान साक्षी मलिक ने कहा, “कमेटी के मेंबर्स में आपस में सहमति नहीं थी, रिपोर्ट सबमिट कैसे हुई. बबीता फोगाट ने बताया कि रिपोर्ट पर उनसे जबरदस्ती साइन कराए गए.”
“हमें डराने का प्रयास किया जा रहा”
पहलवान विनेश फोगाट ने कहा, “किसी भी महिला के साथ कुछ हुआ हो तो कितना मुश्किल होता है ये सब बताना. हमें डराने का प्रयास किया जा रहा है, ऐसा मत करिए. हमें सुप्रीम कोर्ट पर विश्वास है.” इस दौरान खाप पंचायत के प्रतिनिधि ने कहा कि ये वो खिलाड़ी हैं जो देश का नाम रौशन करते हैं. देश के लिए मेडल लेकर आते हैं. जो हो रहा है बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और हमारा समर्थन खिलाड़ियों के साथ है.
सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया नोटिस
बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों पर प्राथमिकी दर्ज न किए जाने का आरोप लगाने वाली सात महिला पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका लगाई. जिसपर मंगलवार को कोर्ट ने दिल्ली सरकार और अन्य को नोटिस जारी किए.
कोर्ट ने कहा कि नोटिस जारी किया जाता है. इसे शुक्रवार को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करें. कोर्ट ने पहचान जाहिर न करने के लिए न्यायिक रिकॉर्ड से सात शिकायतकर्ता पहलवानों के नाम हटाने का निर्देश भी दिया. महिला पहलवानों ने आरोप लगाया है कि उनका डब्ल्यूएफआई के चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है और वे अपने उन आरोपों की उचित जांच की मांग पर जोर देती रहेंगी कि बृजभूषण शरण सिंह ने महिला एथलीटों का यौन शोषण किया है.
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