Delhi Corona Cases: दिल्ली में लगातार कोरोना वायरस का खतरा बढ़ रहा है. लगातार दो दिनों से 1500 से ज्यादा कोविड केस आ रहे है. वहीं दस दिनों ें कोविड से करीब तीन दर्जन लोगों की मौत हुई है. इस दौरान संक्रमण दर भी 30 फीसदी के पार रही.
एलएनजेपी अस्पताल के डॉयेरक्टर डॉ सुरेश कुमार ने कहा कि नया वेरिएंट XBB.1.16 बहुत तेजी से फैलता है, लेकिन ये बहुत घातक नहीं है. हालांकि 11 अप्रैल को अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या 160 थी, जो इन 10 दिनों में तकरीबन ढाई गुनी रफ्तार से बढ़कर 390 पहुंच गई है. ऐसे में दिल्ली वालों को डरना ना सही पर लेकिन सावधान रहने की बहुत ज्यादा जरूरत है.
मौत का क्या कारण है?
आंकड़ों पर नजर डालें तो 12 दिन पहले जहां 8 अप्रैल को जारी हेल्थ बुलेटिन के डेथ कॉलम में संख्या 0 थी तो वहीं बीते 12 दिनों में मृतकों की संख्या 35 के पार पहुंच गई. इसमें 14 अप्रैल को बाबा साहब आंबेडकर जयंती की छुट्टी के कारण आंकड़ा जारी नहीं हो पाया था. हालांकि इन मौतों के पीछे की बड़ी वजह विशेषज्ञ इन मरीजों के कोमोरबिडिटी यानी दूसरी अन्य गंभीर बीमारी बता रहे हैं.
मौजूदा स्थिति को देखें तो दिल्ली में 8 हजार के करीब कोविड डेडिकेटेड बेड्स रिजर्व रखे गए हैं, इनमें से 390 पर मरीज हैं. दिल्ली सरकार का दावा है कि सभी अस्पतालों में बेड्स से लेकर ऑक्सीजन, दवाइयों और मेडिकल स्टाफ की पर्याप्त व्यवस्था है.
दिल्ली सरकार ने क्या कहा?
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने शुक्रवार (21अप्रैल) को कहा कि शहर में कोविड-19 के मामले स्थिर हो रहे हैं और आने वाले दिनों में उनमें कमी आने की संभावना है. उन्होंने दावा किया कि कुछ ही दिनों मे कोरोना लहर खत्म हो जाएगी.
कोरोना का बढ़ता खतरा
दिल्ली में पिछले दो दिनों में कोरोना के 1500 से ज्यादा नए केस सामने आए हैं. यहां गुरुवार (20 अप्रैल) को कोविड-19 के 1,603 मामले दर्ज किए गए और संक्रमण दर 26.75 प्रतिशत रही, वहीं तीन लोगों की कोविड से मृत्यु हो गई.
दिल्ली में बुधवार (19 अप्रैल) को कोविड के 1,767 नए केस सामने आए, जबकि कोरोना वायरस संक्रमण से छह मरीजों की मौत हो गई.