China Russia Relations: चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) अपने समकक्ष व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से मिलने के लिए रूस की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं. शी जिनपिंग की यह यात्रा जल्द होगी. जिनपिंग और पुतिन दोनों अगले सप्ताह ही एक-दूजे का हाथ थामे नजर आ सकते हैं.
दरअसल, रूस-यूक्रेन जंग के पिछले एक-दो हफ्तों में अमेरिका समेत यूरोपिय यूनियन ने रूस के खिलाफ जमकर आरोप लगाए और प्रतिबंधों से जुड़े फैसले लिए. यूक्रेन को सपोर्ट करने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन तो खुद ही अघोषित दौरे पर कीव पहुंच गए थे, जहां उन्होंने यूक्रेन को 500 मिलियन डॉलर की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया. साथ ही हथियारों एवं रसद की आपूर्ति का भी वादा किया. पश्चिमी देशों से मिले हथियारों की वजह से रूस का पलड़ा हल्का पड़ने लगा.
शी जिनपिंग का रूस दौरा, पुतिन का बढ़ाएगा हौसला
मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जाने लगा कि पिछले एक दो हफ्तों में रूस की अघोषित हार हुई है, क्योंकि रूस ने यूक्रेन पर हमला कर उसे हल्के में लिया था, जबकि दोनों के बीच जारी लड़ाई को एक साल से ज्यादा हो चुका है. यूक्रेन में उम्मीदों के मुताबिक ‘हासिल’ न होने पर पुतिन के चेहरे पर चिंता की लकीरें देखी गईं. लिहाजा, अमेरिकन वॉर एक्सपर्ट्स कहने लगे कि पुतिन को पूर्ण हार का डर सता रहा है.
चीन बता रहा ‘मध्यस्थता और सुलह’ की कोशिश
रूस के इसी ‘डर’ को दूर करने में अब शी जिनपिंग का रूस दौरा एक अहम इवेंट माना जा रहा है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि शी जिनपिंग अगले सप्ताह रूस का दौरा करेंगे. शी जिनपिंग के दौरे को चीनी अधिकारी रूस-यूक्रेन में शांति स्थापित करने के लिए चीन की मध्यस्थता के रूप में पेश कर रहे हैं. यह एक ऐसा प्रयास है, जिसे पश्चिम में रूस के लिए चीन के राजनयिक समर्थन के रूप में देखा जा रहा था, मगर अब वे इसे ‘चीन की मध्यस्थता’ के रूप में देखेंगे.
रूस की तास समाचार एजेंसी ने 30 जनवरी को बताया कि पुतिन ने शी जिनपिंग को वसंत ऋतु में यात्रा के लिए आमंत्रित किया था. वॉल स्ट्रीट जर्नल ने पिछले महीने रिपोर्ट दी थी कि शी जिनपिंग की मास्को की यात्रा अप्रैल या मई की शुरुआत में हो सकती है.