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A Chinese Man Rescued From Hydrogen Ballon: चीन में अपने साथी के साथ चीड़ (Pine) के पेड़ों के नट्स (Nuts) की कटाई के लिए पहुंचा एक शख्स दो दिनों तक हवा में ही लटका रह गया. दरअसल इस शख्स ने अपने हाइड्रोजन के गुब्बारे (Hydrogen Balloon) पर नियंत्रण खो दिया था. ये इस शख्स की खुशकिस्मती रही कि वह अपने फंसने की सूचना फोन पर अपने भाई को दे पाया और इसके दो दिन बाद उसे बचाया जा सका.
दो दिन तक तैरता रह गया हवा में
चीन के हेलोंगच्यांग (Heilongjiang) प्रांत का एक शख्स एक दिन से अभी अधिक वक्त तक 300 किलोमीटर तक हवा में तैरता रह गया. चीन की स्टेट मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस शख्स ने पाइन नट्स की कटाई के दौरान अपने हाइड्रोजन के गुब्बारे से नियंत्रण खो दिया था. हालांकि इस शख्स को बचा लिया गया.चीन के आधिकारिक ब्रॉडकास्टर सीसीटीवी ने मंगलवार को बताया कि इस शख्स की पहचान हू योंगशू (Hu Yongxu) के तौर पर की गई.
योंगशू बीते रविवार 4 सितंबर को अपने एक साथी के साथ पूर्वोतर चीन के हेलोंगच्यांग प्रांत में चीड़ के शंकु इकट्ठा कर रहा था. इसी दौरान इनका गुब्बारा तेजी से ऊपर उठने लगा. इस दौरान हू का साथी गुब्बारे से बाहर कूद गया, लेकिन वह गुब्बारे के साथ हवा में ही लटका रह गया. कई चीनी मीडिया आउटलेट्स के वीडियो फुटेज में एक पीला गुब्बारा चीड़ के जंगलों के ऊपर आसमान में उछलता हुआ दिखाई दे रहा था.
फोन किया बहनोई को और बची जान
बुधवार को सरकारी कंपनी झेजियांग डेली (Zhejiang Daily) के साथ एक इंटरव्यू में हू ने अपनी आपबीती सुनाई. हू ने बताया कि हवा में लटके रहने के दौरान तुरंत उन्होंने अपने बहनोई को फोन किया था और उनसे कहा था कि वो ऊंचाई से डर गए हैं. हू ने बताया कि ऊपर से उन्हें सबकुछ चींटी की तरह लग रहा था. सीसीटीवी ने कहा कि पुलिस ने अगले दिन हू के साथ संपर्क किया, और उसे फोन पर निर्देश दिया कि कैसे गुब्बारे को सुरक्षित तरीके से डिफ्लेट (Deflate) और कम किया जाए.
चीन के आधिकारिक ब्रॉडकास्टर सीसीटीवी (Official Broadcaster CCTV) के मुताबिक हू योंगशू पुलिस के निर्देशों को पालन करते हुए हू एक जंगली इलाके में सफलतापूर्वक उतर गए थे, लेकिन इसके बाद भी बचाव दल उनकी तलाश करता रहा. इसकी वजह उनकी फोन लोकेशन सर्विस का गलत होना रहा. सीसीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, हू को आखिरकार मंगलवार की सुबह बचा लिया गया और वह अच्छी स्थिति में है बस उनकी पीठ पर हल्की चोट के अलावा उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
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